टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने आखिरकार यह स्वीकार कर लिया है कि टाटा समूह ने नैनो की बिक्री और मार्केटिंग में कई गलतियां की. उन्होंने बुधवार को कहा कि नैनो की ब्रांडिंग सबसे किफायती कार के तौर पर करने के बजाय सबसे सस्ती कार के तौर पर करना सबसे बड़ी भूल थी.
एक मैनेजमेंट संस्थान के दीक्षांत समारोह में पहुंचे टाटा ने कहा, 'नैनो को लोगों की पहुंच में आने के लिए बनाया गया था, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ. इसे हमारी डीलरशिप के जरिए देशभर में पहुंचना चाहिए था, लेकिन हमने कई गलतियां की.' उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी गलती इस कार की ब्रांडिंग सबसे किफायती कार के बजाय सबसे सस्ती कार के तौर पर करने की रही.
कैंपेन का पड़ा निगेटिव असर
रतन टाटा ने कहा कि ब्रांडिंग के इस कैंपेन का बाजार में कार पर नकारात्मक असर पड़ा और लोग नहीं चाहते थे कि उन्हें सबसे सस्ती कार के मालिक के तौर पर देखा जाए. मैं समझता हूं यह हमारी सबसे बड़ी कमी थी, जिससे निष्पादन के मामले में कार हमारी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी. हालांकि टाटा ने यह भी कहा कि इस कार का उद्घाटन उम्मीदों से कहीं अधिक सफल था.
-इनपुट भाषा से