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जाति आधारित जनगणना पर कैबिनेट लेगी फैसला: पीएम

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकसभा में कहा कि जाति आधारित जनगणना के मसले पर कैबिनेट फैसला लेगी. विपक्ष के हंगामें को लेकर प्रधानमंत्री को इस मसले पर बयान देना पड़ा.

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जाति आधारित जनगणना कराने को लेकर लोकसभा में पिछले कुछ दिनों से चल रहा गतिरोध आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस आश्वासन के साथ समाप्त हो गया कि कैबिनेट इस बारे में जल्द फैसला करेगी. प्रधानमंत्री के इस आश्वासन का सभी दलों के नेताओं ने स्वागत करते हुए उनका आभार प्रकट किया.

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इससे पहले सदन में इस मुद्दे पर दो दिन चली चर्चा पर गृह मंत्री पी चिदंबरम के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया, जिससे सदन की बैठक दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. बैठक स्थगित होने पर सदन में ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, जद यू नेता शरद यादव, राजद नेता लालू प्रसाद और भाजपा के उप नेता गोपीनाथ मुंडे सहित कई सदस्य प्रधानमंत्री, नेता सदन प्रणव मुखर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास जाकर देर तक बात करते देखे गये. ढाई बजे सदन की बैठक दोबारा शुरू होते ही प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस मुद्दे पर कैबिनेट जल्द ही फैसला करेगी. उनके इस आश्वासन का पूरे सदन ने मेजें थपथपाकर जोरदार स्वागत किया.

मनमोहन के आश्वासन पर लालू ने कहा कि आप पर पूरे सदन का भरोसा है और इस आश्वासन के बाद हमने अपना आंदोलन रोक दिया है. लालू की बात का मुलायम ने समर्थन किया और प्रधानमंत्री तथा सोनिया का धन्यवाद किया.

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जद यू प्रमुख शरद यादव ने कहा कि यह मांग पिछले साठ साल से चली आ रही था और सरकार ने बडा दिल दिखाया है.

{mospagebreak}मुंडे ने प्रधानमंत्री के आश्वासन पर उनका अभिनंदन किया जबकि संप्रग की प्रमुख सहयोगी तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि चिदंबरम के बयान के बाद सोनिया ने जब मुलायम और लालू से अलग से बात की, तभी लग गया था कि फैसला हो जाएगा. उनकी बात पर सोनिया मुस्कुरा दीं और बगल में बैठे प्रणव की ओर इशारा करती दिखीं.

द्रमुक के टी आर बालू ने कहा कि जाति आधारित जनगणना कराने का फैसला बहुत अहम है. भाकपा के गुरूदास दासगुप्ता और माकपा के रामचंद्र डोम ने भी प्रधानमंत्री के आश्वासन का स्वागत किया. दासगुप्ता ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार सदस्यों की भावनाओं के प्रति जागरूक हुई है. यह अच्छा संकेत है लेकिन अन्य मामलों में भी सरकार को यही रूख अपनाना चाहिए. तेदेपा के नामा नागेश्वर राव, बीजद के भृतुहरि महताब, राकांपा के संजीव नाइक, नेशनल कांफ्रेंस के शरीफुददीन शारिक, कांग्रेस के माणिकराव गावित और मुस्लिम लीग के ई टी मुहम्मद बशीर ने भी प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया.

अन्य पिछडे वर्ग के लोगों को बरसों से आरक्षण सहित विभिन्न लाभ नहीं मिल पाने की दलील देते हुए मुख्य विपक्षी दल भाजपा सहित लगभग सभी पार्टियों ने जाति आधारित जनगणना कराने की लोकसभा में जोरदार मांग उठायी थी.

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