ऑल राउंडर यूसुफ पठान की 70 गेंद में 105 रन की तूफानी पारी के बावजूद भारत को रविवार को बारिश से प्रभावित पांचवें एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से मिली 33 रन से शिकस्त से श्रृंखला 2-3 से गंवानी पड़ी.
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चौदहवें ओवर में बल्लेबाजी करने उतरे पठान के शतक से भारतीय खेमे में ऐतिहासिक श्रृंखला जीतने की उम्मीदें बढ़ गयी थी लेकिन अंत में ऐसा नहीं हो सका.
पठान जब बल्लेबाजी करने उतरे तो भारतीय टीम ने 74 रन के स्कोर पर छह विकेट गंवा दिये थे, उनकी आठ छक्के और इतने की चौके की पारी से भारत इतिहास रचने की ओर बढ़ रहा था लेकिन उनके पवेलियन लौटते ही सारी आशायें खत्म हो गयी.
बारिश की बाधा से डकवर्थ लुईस पद्धति के कारण मैच 46 ओवर का हो गया और भारत को सुपरस्पोर्ट पार्क में जीत के लिये 268 रन का लक्ष्य मिला लेकिन टीम 40.2 ओवर में 234 रन पर सिमट गयी.
इस हार से भारत का दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर पहली बार एक दिवसीय श्रृंखला जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया और डेढ़ महीने के दौरे का अंत निराशाजनक रहा. इससे पहले तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला भी 1-1 से ड्रा रही थी.
भारत ने बारिश के ब्रेक के बाद दक्षिण अफ्रीका के 24 रन के अंदर छह विकेट चटका दिये थे लेकिन मेजबान टीम ने हाशिम अमला के नाबाद 116 रन की बदौलत नौ विकेट गंवाकर 250 रन बनाये.{mospagebreak}
भारतीय शीर्ष क्रम इस बार भी ताश के पत्तों की तरह ढह गया जिसमें ज्यादातर बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका की अनुशासित गेंदबाजी के सामने खराब शाट खेलने के कारण आउट हुए. 12वें ओवर में आधी भारतीय टीम 60 रन पर पवेलियन लौट चुकी थी और लग रहा था कि टीम 100 रन के अंदर ही सिमट जायेगी. पठान ने फिर से आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए 68 गेंद में अपना दूसरा वनडे शतक जमाया. वह आउट होने वाले नौवें बल्लेबाज रहे.
एक समय ऐसा लग रहा था कि पठान वही कारनामा दोहराकर भारत को मैच में जीत दिलाने में सफल रहेंगे जैसा उन्होंने पिछले महीने बेंगलूर में न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 123 रन बनाकर किया था.
जहीर खान ने भी पठान का पूरा सहयोग दिया और 12.4 ओवर में दोनों ने नौंवें विकेट के लिये 100 रन की भागीदारी निभायी तथा वह 58 गेंद में 24 रन बनाकर आउट होने वाले अंतिम खिलाड़ी रहे.
भारत की ओर से सलामी बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने 34 गेंद में छह चौके लगाकर 38 रन का योगदान दिया.
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से ‘प्लयेर आफ द सीरीज’ मोर्ने मोर्कल ने चार जबकि डेल स्टेन और लोनवाबो सोतसोबे ने दो दो विकेट अपने नाम किये.
प्रोटियाज टीम ने बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद बेहतरीन गति से रन बनाये लेकिन उनकी यह लय बारिश के कारण 42वें ओवर में हुए ब्रेक के बाद टूट सी गयी थी.
‘मैन आफ द मैच’ अमला एक बार फिर भारतीय टीम के लिये परेशानी का सबब बने, जिन्होंने एक और शतक जड़कर दक्षिण अफ्रीका को सम्मानजनक स्कोर बनाने में मदद की.{mospagebreak}
अमला ने अपने 42वें मैच में सातवां वनडे शतक पूरा किया. दिलचस्प बात है कि अमला ने वनडे से पहले हुई टेस्ट श्रृंखला की शुरूआत भी सैकड़े से की थी और अब वनडे श्रृंखला के आखिरी मुकाबले का अंत भी शतक से किया तथा उन्होंने दोनों शतक इसी स्टेडियम में बनाये हैं. अमला ने 113 गेंद में नौ चौके लगाकर 100 रन बनाये जिसमें एक और दो रन का महत्वपूर्ण योगदान रहा. उन्होंने सुरेश रैना की गेंद पर थर्ड मैन की ओर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया.
जब वह 70 रन पर थे तो कामचलाउ आफ स्पिनर रोहित शर्मा की गेंद पर स्क्वायर लेग पर 12वें खिलाड़ी आर अश्विन ने उनका कैच छोड़ दिया.
भारत की मुनाफ पटेल (50 रन देकर तीन विकेट) और जहीर (47 रन देकर दो विकेट) की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने बारिश के कारण मैच 46 ओवर का किये जाने के बाद अंतिम ओवरों में बेहतरीन गेंदबाजी की.
दक्षिण अफ्रीका ने बारिश आने से पहले 42 ओवर में तीन विकेट पर 226 रन बना लिये थे. लेकिन बाद में उन्होंने छह विकेट गंवाकर अपनी पारी में नौ विकेट पर 250 रन बनाये.
दक्षिण अफ्रीका की पारी की नींव दो मजबूत साझेदारियों ने रखी जिसमें अमला और मोर्ने वान विक (63 गेंद में 56 रन) के बीच दूसरे विकेट के लिये 19.5 ओर में 97 रन तथा अमला और जेपी डुमिनी (44 गेंद में 35 रन) के बीच चौथे विकेट के लिये 102 रन की भागीदारी शामिल है. डुमिनी मुनाफ पटेल की गेंद पर मिड विकेट पर हिट करने के चक्कर में इस गेंदबाज को कैच दे बैठे.{mospagebreak}
इससे पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसी पिच पर टास जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जिससे तेज गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली . पीयूष चावला को आशीष नेहरा की जगह अंतिम एकादश में शामिल किया गया.
भारतीयों ने अनुभवी तेज गेंदबाज जहीर खान की मदद से अच्छी शुरूआत की जिन्होंने ग्रीम स्मिथ (7) को शिकार बनाया जो आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआने के कारण दूसरी स्लिप में खड़े यूसुफ पठान को कैच दे बैठे.
लेकिन तीसरे नंबर के बल्लेबाज वान विक ने अमला को अच्छा सहयोग दिया जिन्होंने खराब गेंद पर शाट जमाये और साथ ही विकेट के बीच एक दो रन भी बनाये.
पिच को भांपते हुए धोनी ने छह स्पिनरों का इस्तेमाल किया लेकिन विश्व कप टीम में शामिल किये गये चावला प्रभावित नहीं कर सके.
युवराज सिंह (45 रन देकर दो विकेट) के अलावा कोई भी स्पिन गेंदबाज प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर सका . युवराज ने वान विक और एबी डिविलियर्स (11) को पवेलियन भेजा.
टीमें इस प्रकार हैं:
दक्षिण अफ्रीका: ग्रीम स्मिथ, जोहान बोथा, एबी डी विलियर्स, रोबिन पीटरसन, हाशिम अमला, डेल स्टेन, मोर्ने मोर्केल, जीन पॉल डुमनी, मोर्ने वान विक, लोनवाबो सोतसोबे, फेफ डू प्लेसिस.
भारत: महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, पार्थिव पटेल, जहीर खान, पीयूष चावला, मुनफ पटेल, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, यूसुफ पठान.