अमेरिका में युवाओं के बीच किए गए एक सर्वे में पता चला है कि आय बढ़ने के साथ युवाओं में दूसरों के प्रति भरोसा और सामाजिक संस्थानों में विश्वास कम होता जाता है. आज के युवा अपने पक्षों को लेकर काफी आशावादी होते हैं, लेकिन इसके उलट दूसरे लोगों के प्रति भरोसे और बड़े संस्थानों पर विश्वास को लेकर उनकी राय नकारात्मक होती है.
सेन डियागो स्टेट युनिवर्सिटी के शोधकर्ता और मनोवैज्ञानिक जीन एम. ट्वेंग ने कहा, ‘सर्वेक्षण के रुझान से पता चलता है कि युवाओं का यह स्वभाव स्थाई पीढ़ीगत बदलाव नहीं है.’
जीन के अनुसार 1970 से 2000 के दौर की तुलना में पिछले कुछ सालों से अमेरिकी नागरिक दूसरों पर कम भरोसा जताते हैं. उन्होंने कहा, ‘उनका इस बात पर भी कम ही भरोसा होता है कि सरकार, मीडिया, धार्मिक संस्थान, स्कूल और बड़े निगम अच्छा काम कर रहे हैं.’
जीन ने कहा, ‘चूंकि धनी और अधिक धनवान होता जा रहा है, गरीब और निर्धन होता जा रहा है, इसलिए अब लोग एक-दूसरे पर कम भरोसा करते हैं. लोगों के मन में यह राय कायम होती जा रही है कि दूसरे लोग धोखे से या गलत तरीके से आगे बढ़ रहे हैं.’
शोधकर्ताओं का कहना है, ‘सामाजिक भरोसे में गिरावट लोकतंत्र की ओर नकारात्मक रुझान है, जिसके तहत सरकार में कुछ लोगों के प्रतिनिधित्व को बहुत से लोगों के हित की संस्था माना जाता है.’ यह शोध जर्नल साइकोलॉजिकल साइंस में प्रकाशित हुआ है.