टीवी शो की जानी-मानी हस्तियां आईपीएल के दौरान प्रेजेंटेशन सेरेमनी में प्राइज देती हुई नजर आएंगी. लेकिन इससे प्रतिस्पर्धी टेलिविजन नेटवर्क्स के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिल सकती है.
स्टार टीवी ने 60 करोड़ रुपये की डील आईपीएल के साथ की है, बल्कि आईपीएल की आधिकारिक ब्रॉडकास्टर सोनी इंटरटेनमेंट टेलिविजन है जो कि स्टार टीवी का प्रतिस्पर्धी टेलिविजन नेटवर्क भी है.
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि क्रिकेट को लेकर इन दो टेलिविजन नेटवर्क के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो रही है. इससे पहले पिछले साल भारत में क्रिकेट के लिए इंटरनेट और मोबाइल राइट्स को लेकर स्टार टीवी और सोनी इंटरटेनमेंट टीवी आमने-सामने रह चुके हैं.
हालांकि यहां जीत स्टार टीवी की हुई थी और बीसीसीआई के साथ वो छह साल की डील करने में कामयाब रहे थे. इस डील के तहत मार्च 2018 तक भारत में खेले जाने वाले 96 इंटरनेशनल मैचों का प्रसारण स्टार टीवी के पास है.
सोनी टीवी से स्टार ने 150 करोड़ रुपये ज्यादा देते हुए बीसीसीआई के साथ 3851 करोड़ की डील की थी. माना जाता है ये डील स्टार टीवी की मार्केटिंग चाल भी थी.
आईपीएल का छठा संस्करण अभी शुरू भी नहीं हुआ है लेकिन ये टी-20 लीग अभी से तमाम विवादों को लेकर चर्चा में आ चुकी है. चेन्नई में श्रीलंकाई खिलाड़ियों के खेलने से रोक को लेकर काफी विवाद हो चुका है.
ऐसे में इस डील से (जिसमें दो बड़े टीवी नेटवर्क शामिल हैं) और विवाद खड़ा हो सकता है. दोनों ही टीवी नेटवर्क के साथ बीसीसीआई के अच्छे रिश्ते भी हैं. स्टार टीवी के मल्टी स्क्रीन मीडिया के अध्यक्ष रोहित गुप्ता ने कहा, 'मैंने इस डील के बारे में सुना है लेकिन फिलहाल मैं विदेश में हूं.' वहीं आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने इस डील की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रेजेंटेशन सेरेमनी के दौरान कई टीवी सितारे देखने को मिलेंगे. राजीव शुक्ला के मुताबिक, 'हां, ऐसी डील चल रही है. लेकिन अभी भी कुछ बातों पर फैसला लेना बाकी है.'
जीती 'राजनीति', चेन्नई में होंगे IPL मैच
चेन्नई में आईपीएल मैचों के आयोजन को लेकर पैदा हुए संकट के बादल छट गए हैं. आईपीएल के अधिकारियों के मुताबिक सभी टीमें श्रीलंकाई खिलाड़ियों के बिना चेन्नई में खेलने को तैयार हो गई है. हालांकि इसके बदले में श्रीलंकाई खिलाड़ियों को उचित धनराशि दी जाएगी.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में जयललिता ने कहा था कि केंद्र सरकार बीसीसीआई को सलाह दे सकती है कि आईपीएल के आयोजक राज्य में होने वाले मैचों से श्रीलंका के खिलाड़ियों, अधिकारियों, अंपायरों और सहयोगी कर्मचारियों को दूर रखें.’
गौरतलब है कि टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली लगभग सभी टीमों में श्रीलंका के क्रिकेट खिलाड़ी शामिल हैं.