देश के बाकी हिस्सों के लोग अभी भले हीं दिवाली मनाने की तैयारियों में जुटे हैं लेकिन एक गांव ऐसा भी है जहां के लोगों ने दिवाली का जश्न मना लिया. छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के एक गांव सेमरा (सी) में गुरुवार को दीवाली मनाई गई. पूरे देश में यह पहला ऐसा गांव होगा, जहां हर त्योहार हफ्ते भर पहले ही मना लिए जाते हैं. वे ऐसा ग्राम देवता की प्रसन्नता के लिए करते हैं.
एक तरफ जहां छग सहित पूरे देश में दीवाली की रौनक सोमवार धनतेरस से बिखरेगी, वहीं सेमरा (सी) दीपोत्सव के दीए गुरुवार को जगमगा गए. गांव के सभी लोग उत्सव मनाने में मशगूल दिखे. यहां आस-पास के गांव और काफी संख्या में लोगों के रिश्ते-नातेदार सेमरा (सी) में त्योहार मनाने पहुंचे.
सरपंच सुधीर बललाल ने बताया कि सभी ग्रामवासी ग्राम देवता सिरदार देव के मंदिर के समीप एकत्र हुए, यहां परंपरा के अनुसार, लक्ष्मी पूजा का कार्यक्रम संपन्न हुआ. विधिवत पूजा के बाद सभी ने अपने-अपने घर में माता लक्ष्मी की पूजा की. घर में दीप प्रज्ज्वलित किए, जिससे पूरा गांव रोशन हो गया. फिर रात को सभी सिरदार देवचौरा के पास एकत्र हुए. यहां प्रतिवर्ष दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, इसलिए 6 नवंबर की रात भी में आनंदमय होगी.
सरपंच का कहना है कि हर घर-परिवार में मेहमान की संख्या काफी है. दूर-दूर से गांववासियों के रिश्ते-नातेदार पहुंचे हैं. साथ ही आस-पास के गांव के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे हैं. गांव में मेला है.
बललाल ने आगे बताया कि 6 नवंबर को गोर्वधन पूजा होगी. ग्राम देवता के मंदिर के पास स्थित चौरा में गौरी-गौरा (माता पार्वती, भगवान शंकर) की प्रतिमा स्थापित की जाती है. परंपरा के अनुसार, गोर्वधन पूजा होती है और गौरा-गौरी की प्रतिमा को गांव भ्रमण कराया जाता है.
इस बार सेमरा (सी) में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के गंडाई, ठेठवा कटोरी (गंडाई), धमतरी के अछोटा सहित स्थानीय नाचा पार्टी रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेगी. 6 नवंबर की रात भी रंगारंग कार्यक्रम होगा. नाचा के साथ अन्य सांस्कृकित कार्यक्रम भी होंगे.
इनपुट...IANS..