शिकागो में उत्तरी अमेरिका का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर मैककॉर्मिक प्लेस हाल ही में अनोखे कारण के चलते चर्चा में आ गया है. प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए काम करने वाली एक स्वयंसेवी संरक्षण परियोजना, शिकागो बर्ड कोलिजन मॉनिटर्स (सीबीसीएम) के अनुसार, 5 अक्टूबर को मैककॉर्मिक के आसपास हर्मिट थ्रश और अमेरिकन वुडकॉक सहित कम से कम 1,000 छोटे पक्षियों के शव पाए गए हैं. ये सभी इमारत के चलते मारे गए हैं.
चिड़ियों की मौत के लिए इमरातें जिम्मेदार
दरअसल, इमारत की मोटी कांच की दीवारें इसके लिए जिम्मेदार हैं. पक्षी इनसे भ्रमित होकर टकरा जाते हैं. सीबीसीएम ने कहा कि यह एक ही दिन में एक इमारत के कारण दर्ज की गई दुर्घटना में पक्षियों की मौत की सबसे अधिक संख्या है.दुर्भाग्य से, मौतों की संख्या वास्तव में बहुत अधिक हो सकती है, क्योंकि कई पक्षी गंभीर चोटों के बाद भी उड़ते रहते हैं और कुछ घंटों बाद मर जाते हैं.
'असामान्य और दुखद घटना'
सीबीसीएम के निदेशक एनेट प्रिंस ने कहा कि पक्षियों की ये सामूहिक मृत्यु एक "बहुत ही असामान्य और दुखद घटना" थी.विशेषज्ञों का अनुमान है कि हर साल लगभग एक अरब पक्षी मैन मेड बिल्डिंग्स से टकराने के कारण मर जाते हैं, जिनमें कांच से ढकी इमारतें सबसे बड़ा खतरा होती हैं.हालाँकि, केवल एक दिन में, एक ही इमारत के आसपास कम से कम 1,000 मौतें दर्ज करना बेहद असामान्य है.
एक रात में मर गए इतने अधिक पक्षी
शिकागो में फील्ड संग्रहालय के एक संरक्षण पारिस्थितिकीविज्ञानी डगलस स्टॉट्ज़ ने नेशनल पब्लिक रेडियो को बताया कि "एक रात में हमें पक्षियों की मौत का वो आंकड़ा मिला है जो एक साल में मिलता है". उन्होंने कहा कि हर साल 1,000 से 2,000 पक्षी मैककॉर्मिक प्लेस से टकराते हैं.
इमारत की ज्यादातर लाइटें ऑन थीं इसलिए...
अमेरिकन बर्ड कंजरवेंसी के ब्रायन लेन्ज़ ने कहा, "कहीं भी अगर इमारत में कांच है तो पक्षी आपकी खिड़कियों से टकराएंगे," लेकिन यहां आंकड़ा थोड़ा ज्यादा है. दुर्भाग्य से जब मैककॉर्मिक प्लेस में पिछले सप्ताह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम था, तब इसकी ज्यादातर लाइटें ऑन थीं, जिससे पक्षी और भी अधिक भ्रमित हो गए.अध्ययनों से पता चला है कि लाइट पल्यूशन मानव निर्मित बाधाओं के साथ पक्षियों की मौत के मुख्य कारणों में से एक है और बड़ी इमारतों में आधी लाइटें बंद करने से टकराव को छह से 11 गुना तक कम किया जा सकता है.
शहर से गुजरा था तूफान
मौत के इस बड़े आंकड़े का कारण ये भी माना जा रहा है उस दिन शहर के ऊपर से एक तूफ़ान गुज़रा, जिससे पक्षियों को नीचे उड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा और टकराव का जोखिम और बढ़ गया. बर्ड ट्रैकिंग प्रोजेक्ट बर्डकास्ट का अनुमान है कि 5 अक्टूबर की रात को कुक काउंटी के ऊपर लगभग 1.5 मिलियन पक्षी उड़ान भर रहे थे. इसके बाद ही इतने अधिक पक्षियों की मौत का मामला सामने आया है.