चीन के इतिहास में कुख्यात खलनायक को वहां की जनता आज तक नहीं भूली है. ये खलनायक हैं किन हुई (Qin Hui) और उसकी पत्नी वांग शी (Wang Shi). चीन के हांगझोउ (Hangzhou) शहर में वेस्ट लेक के पास एक मंदिर के पास इन दोनों की लोहे की मूर्ति लगी हुई है. ये मूर्तियां घुटनों के बल पर हैं, चेहरे झुके हैं और इनके हाथ पीछे हैं.
मूर्तियों को देखने पर लगता है जैसे ये कोई शर्मिंदगी और पश्चाताप की मुद्रा है. यहां जो कोई भी सैलानी आता है वो इन मूर्तियों को थप्पड़ मारता है, लात मारता है और कोई-कोई तो इन मूर्तियों पर थूक भी देता है.
इन निर्जीव मूर्तियों के साथ ऐसे अनोखे व्यवहार के पीछे एक बदले की भावना और विश्वासघात के लिए दंड देने की मंशा है. चीन के नागरिक चीनी राष्ट्र के नायक के साथ धोखा देने वाले इन दो लोगों की मूर्तियों को पिछले 800 सालों से थप्पड़ और लात मारते आए हैं. चीन में ये परंपरा आज भी जारी है.
अब इस परंपरा की पूरी कहानी हम आपको बताते हैं
चीन के इतिहास में किन हुई और उसकी पत्नी वांग शी को एक कुख्यात जोड़े के रूप में याद किया जाता है. ये दोनों दक्षिणी सॉन्ग राजवंश (1127-1279) के दौरान देशद्रोह और विश्वासघात के प्रतीक बन गए थे. यह कहानी विशेष रूप से महान चीनी देशभक्त सेनापति यूए फेई (Yue Fei) के साथ जुड़ी है, जिनकी हत्या में किन हुई की मुख्य भूमिका थी.
This is how civilisational enemies are treated in China
— Svadharma (@Svadharma11) March 19, 2025
But in india Islamic colonisers and British colonisers are praised pic.twitter.com/wl4FuAX7cp
किन हई (1090-1155) सॉन्ग राजवंश का एक प्रभावशाली चांसलर (तब प्रधानमंत्री) था. उस समय सॉन्ग राजवंश उत्तरी चीन में जिन राजवंश के साथ युद्ध में उलझा हुआ था. इसी राज्य में यूए फेई बहादुर सेनापति था. इस सेनापति ने जिन के खिलाफ कई सैन्य सफलताएं हासिल की थीं. यूए फेई सॉन्ग राजवंश की खोई हुई जमीन को वापस लेने के लिए प्रतिबद्ध थे.
हालांकि, किन हुई के विचार दूसरे थे और वह अपनी काबिलियत सम्राट गाओजोंग के सामने दिखाना चाहता था. इसलिए उसने सम्राट के कान भरने शुरू कर दिए.
किन हुई ने यूए फेई पर झूठे आरोप लगाए. उसे देशद्रोही साबित करने लगा. उसने सम्राट के साथ विश्वासघात किया और उसे बताया कि किन हुई ने शाही आदेश मानने से इनकार कर दिया है.
जब जनरल हान शिज़होंग (Han Shizhong) ने पूछा कि यूए फेई का अपराध क्या था, तो किन हुई ने अस्पष्ट जवाब दिया, "शायद कुछ हो, यह निश्चित नहीं है" (चीनी में "मो शू योऊ"). ये शब्द बाद में चीनी भाषा में झूठे आरोपों का पर्याय बन गया.
कहानी है कि इसके बाद यूए फेई को 1142 में गिरफ्तार कर लिया गया और जेल में उनकी हत्या कर दी गई. माना जाता है कि ये हत्या किन हुई ने ही करवाई थी. इस घटना ने किन हुई और उसकी पत्नी वांग शी को जनता की नजर में घृणित बना दिया. लोगों में संदेश गया कि किन हुई ने एक बहादुर सेनापति को साजिश में फंसाकर उसकी जान ले ली है. माना जाता है कि इस साजिश में वांग शी शामिल है.
लोहे की मूर्तियां और जनता का गुस्सा
यूए फेई की मृत्यु के बाद, उनकी वीरता और देशभक्ति को सम्मान देने के लिए हांगझोउ (Hangzhou) शहर में वेस्ट लेक (West Lake) के पास यूए फेई मंदिर का (Yue Fei Temple) बनाया गया.
लेकिन जनता तो किन हुई और उसकी पत्नी से नाराज थी. इन्हें सजा देने के लिए इस मंदिर के सामने किन हुई, वांग शी और उनके दो सहयोगियों (मोकी शिए और झांग जून) की लोहे की मूर्तियां बनाई गई. ये मूर्तियां घुटनों के बल बैठी हुई हैं.
पिछले 800 सालों से, लोग इन मूर्तियों पर थूकते, लात मारते और थप्पड़ मारते आए हैं, ताकि यूए फेई के प्रति अपनी श्रद्धा और किन हुई के प्रति अपने गुस्से को जाहिर कर सकें. अनूठी रवायत की वजह से यह परंपरा खूब लोकप्रिय हुई. समय के साथ इन मूर्तियों को भी बदला गया.
यह स्थान आज भी पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां लोग इस ऐतिहासिक अन्याय की कहानी को याद करते हैं.
किन हुई और वांग शी की कहानी चीनी संस्कृति में विश्वासघात और नैतिक पतन के उदाहरण के रूप में जीवित है, और उसकी मूर्तियां उस गुस्से और प्रतिशोध की मूक गवाह हैं.