देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है और गुजरात भी इससे अछूता नहीं है. गुजरात में कोरोना की इस दूसरी लहर से राज्य सरकार कैसे लड़ रही है और लोगों को संक्रमण से कैसे बचाया जा रहा रहा है इस पर वहां के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने आजतक के विशेष कार्यक्रम 'कोरोना पर सीएम सम्मेलन' में जानकारी दी.
गुजरात के मुख्यमंत्री रुपाणी ने कहा, 'गुजरात में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए हम, 'ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाएंगे कोरोना को हराएंगे' के फलसफे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास बीते एक साल से कोरोना से लड़ने का अनुभव और अब एक मजबूत प्रोटोकॉल है. डेढ़ लाख से ज्यादा डॉक्टर और हेल्थ वर्कर पूरे राज्य में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे हुए हैं. स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत किया गया है और हम चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
'संक्रमण रोकने का खास प्लान'
सीएम रुपाणी ने कहा कि संक्रमण को तेजी से फैलने से रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट पर ज्यादा ध्यान दिया गया है. जहां ज्यादा केस आ रहे हैं, उस इलाके को पूरी तरह बंद किया जा रहा है ताकि संक्रमण को फैलने का मौका ना मिले. उन्होंने कहा, 'हमारे पास पर्याप्त संख्या में बेड और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं. इसमें केंद्र सरकार ने सहायता की है.'
गुजरात के सीएम ने कहा, 'पहले सिर्फ अस्पताल में इलाज किया जा रहा था, लेकिन अब प्रोटोकॉल बन जाने के बाद बड़ी संख्या में लोगों को घरों पर सुव्यवस्थित तरीके से इलाज दिया जा रहा है. जिस तरीके से हम सबने मिलकर पहले कम साधन में कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी अब हम उससे बेहतर स्थिति में है. सभी साधन अब उपलब्ध हैं.'
'लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं'
बढ़ते संक्रमण की वजह से लॉकडाउन की आहटों को सीएम रुपाणी ने सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, 'गुजरात में लॉकडाउन लगाना समस्या का समाधान नहीं है. बीते साल लॉकडाउन इसलिए लगाया था क्योंकि ये पता नहीं था कि इससे कैसे लड़ना और निपटना है. हमारे पास मास्क, पीपीई किट नहीं थे, अस्पताल में पर्याप्त बेड नहीं थे, लेकिन अब स्थिति पहले से बहुत बेहतर हो चुकी है.'
उन्होंने कहा, 'पूर्ण लॉकडाउन की अभी जरूरत नहीं है. अभी हम रोज 20 शहरों में 10 घंटे का आंशिक लॉकडाउन लगा रहे हैं जो संक्रमण चेन को तोड़ने के लिए पर्याप्त है.'
क्या राज्य में वैक्सीन की कमी है?
वैक्सीन की कमी को लेकर गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने आजतक के खास कार्यक्रम में बताया कि केंद्र सरकार ने गुजरात सरकार को पर्याप्त संख्या में वैक्सीन मुहैया कराई है. इसके लिए केंद्र सरकार का धन्यवाद करना चाहूंगा. वैक्सीनेशन के मामले में हम देश में सबसे आगे हैं. निचले स्तर तक हमने इस तरह की व्यवस्था की है जिससे हर जरूरतमंद तक वैक्सीन पहुंच रही है.
उन्होंने कहा, 'सरकारी और प्राइवेट लगभग 6000 अस्पतालों और मेडिकल संस्थाओं में वैक्सीनेशन की जा रही है. वैक्सीन की कमी पर अभी राजनीति करना देश के लिए सही नहीं है. कोई भी सरकार हो चाहे केंद्र की या राज्य की वो देश की जनता से भेदभाव नहीं कर सकती.'
सीएम रुपाणी ने कहा, 'गुजरात में किसी से भी वैक्सीनेशन में भेदभाव नहीं है. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को समुचित तरीके से वैक्सीन पहुंचाने की व्यवस्था की है. पूरे देश में एक महीने में 7 करोड़ डोज वैक्सीन ही बन रही है. सभी राज्यों को चार दिन का ही स्टॉक अभी मिलता है.'
पीएम को दी कोरोना नियंत्रण की जानकारी
गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बैठक को लेकर कहा, 'हमने मीटिंग में प्रधानमंत्री को बताया कि गुजरात कोरोना की इस दूसरी लहर को अपने स्तर पर बेहतर तरीके से नियंत्रित कर रहा है. उन्हें व्यवस्थाओं की जानकारी दी और संक्रमण को रोकने के लिए जो कड़े निर्णय लिए गए हैं उसके बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा, 'जिस तरीके से केंद्र सरकार ने कोरोना पर राज्यों सरकारों की मदद की है वो अभूतपूर्व हैं. केंद्र सरकार के डॉक्टरों ने राज्य के डॉक्टरों को तय प्रोटोकॉल की जानकारी दी है जो बेहद लाभदायक रहा है. हमें केंद्र सरकार की तरफ से चार हजार वेंटिलेटर मिला है जो अब बेहद कारगर साबित हो रहा है.'
क्या 10वीं और 12वीं की परीक्षी होगी?
स्कूल और कॉलेज में परीक्षाओं को लेकर गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने कहा, 'देखिए जान भी है जहान भी है. कोरोना के समय में पहले जान की चिंता अवश्वय होनी चाहिए लेकिन जहान भी चलना चाहिए. स्कूल में 9वीं कक्षा तक के शिक्षण कार्य को स्थगित कर दिया है. लेकिन 10वीं और 12वीं की परीक्षा छात्रों के भविष्य के लिए अहम है. उनके भविष्य की चिंता को देखते हुए हम आने वाले समय में उचित व्यवस्था करेंगे.'
'टेस्टिंग को बढ़ाने पर जोर'
संक्रमण को रोकने के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने कहा, 'जितनी ज्यादा टेस्टिंग होगी और जितने पॉजिटिव पाए जाएंगे अगर हम उन्हें अलग कर देंगे तो संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं.' उन्होंने कहा, 'पहले 60 हजार टेस्टिंग रोज हो रही थी लेकिन अब हमने इसे बढ़ाकर 1 लाख कर दिया है. 60 फीसदी अभी हम एंटीजन टेस्ट कर रहे हैं. अलग-अलग शहरों में कैंप लगाकर हम मुफ्त में लोगों का कोरोना टेस्ट कर रहे हैं. हम लगातार जांच घरों को भी बढ़ा रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'पहले कोरोना सैंपल की टेस्टिंग पुणे के लैब में होती थी लेकिन अब गुजरात में 90 से ज्यादा लैब्स हैं जहां कोरोना सैंपल की टेस्टिंग हो रही है. मैं अपील करता हूं कि अगर किसी में हल्का भी लक्षण दिखे तो उन्हें तुरंत टेस्ट कराना चाहिए ताकि दूसरों को संक्रमित होने से बचाया जा सके. जो लोग पहले से बीमार और वृद्ध हैं उनका हमें ज्यादा ख्याल रखना है.'
कितना सुरक्षित है कोरोना वैक्सीन ?
वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में गुजरात के सीएम रुपाणी ने कहा, 'जो वैक्सीन देश में बनी है और लोगों को लगाई जा रही है वो पूरी तरह से सुरक्षित है. कोरोना को हराने के लिए ये बड़ा हथियार है. अगर वैक्सीन लगाए जाने के बाद भी कोई संक्रमति होता है तो उसके जान जाने का खतरा नहीं होगा.'
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