रवांडा समर्थित एम23 विद्रोहियों ने पिछले सप्ताह कांगो डेमोक्रेटिक रिपब्लिक के एक अहम हिस्से पर कब्जा कर लिया. इसके बाद मची अफरा-तफरी में वहां काफी हिंसा हुई. खासकर महिलाओं को निशाना बनाया गया. एक जेल पर हमला कर उसमें आग लगा दी गई. महिला कैदियों के साथ रेप हुआ फिर उन्हें जिंदा जला दिया गया. यूएन ने भी इसकी रिपोर्ट की है.
पिछले सप्ताह रवांडा समर्थित विद्रोहियों ने कांगो के खनिज से समृद्ध हिस्से और क्षेत्रीय राजधानी गोमा पर कब्जा कर लिया. विद्रोही समूहों के कांगो शहर में प्रवेश करने के बाद मची अफरातफरी के दौरान कई हिंसक वारदातें और यौन हिंसा की घटना सामने आई है.
मानवाधिकार का हुआ खुलकर उल्लंघन
इस घटना से वहां मानवाधिकार उल्लंघन में काफी वृद्धि हुई है. कांगो के गोमा स्थित मुंजेंजे जेल में सैकड़ों महिला कैदियों के साथ रेप करने और फिर जिंदा जला देने की घटना सामने आई है.संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (ओएचसीएचआर) के अनुसार, संघर्ष के कारण हुए मानवाधिकार उल्लंघनों में, त्वरित मृत्युदंड, विस्थापन शिविरों पर बमबारी, तथा सामूहिक बलात्कार और अन्य यौन हिंसा की खबरें शामिल हैं.
जेल से उठता दिखा धुंए का गुबार
एम23 विद्रोहियों द्वारा गोमा में घुसपैठ करने के तुरंत बाद ली गई तस्वीरों में 27 जनवरी की सुबह जेल से काले धुएं का गुबार उठता हुआ दिखाई दिया था. गोमा में पहले भी 1996-1997 और 1998-2003 के युद्धों में लाखों लोग मारे गए और विस्थापित हुए है.
रेप के बाद महिलाओं को जिंदा जलाया
द गार्जियन की एक रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि गोमा के मुंजेंजे जेल में सामूहिक जेल-ब्रेक के दौरान सैकड़ों महिला कैदियों पर उनके विंग में हमला किया गया. गोमा स्थित संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के उप प्रमुख विवियन वान डे पेरे के अनुसार, कई हजार पुरुष जेल से भागने में सफल रहे, लेकिन महिलाओं के लिए बने क्षेत्र में आग लगा दी गई.