दिल्ली हाईकोर्ट में हुए धमाकों के 24 घंटे से अधिक हो चुके हैं. ब्लास्ट की जांच में जुटी एनआईए की टीम धमाकों का सुराग ढूंढ रही है. मौका-ए-वारदात पर फोरेंसिक टीम सबूत इकट्ठे कर रही हैं. लेकिन अभी तक जांच एजेंसियों को अभी तक कुछ खास कामयाबी नहीं मिली है.
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सुराग के नाम पर पुलिस को एक कार की तलाश है. साथ ही ये पता चल गया है कि धमाके के बाद आया हूजी का ई-मेल जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से भेजा गया था.
धमाके के बाद हूजी की तरफ से जो जिम्मेदारी वाला मेल भेजा गया था, वो जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से भेजा गया था. अब एनआईए, दिल्ली पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर उस साइबर कैफे का पता लगा लिया है, जहां से ये मेल भेजा गया था. ग्लोबल कैफे नाम के इस साइबर कैफे के मालिक को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है. शक है कि जिसने ये मेल भेजा था, वो 18-19 साल का एक लड़का था.
दिल्ली धमाके के तार अब विदेशों से भी जोड़े जा रहे हैं. एनआईए और तमाम सुरक्षाबल इस खोजबीन में लगी है कि ये धमाका कहां से और कैसे कराया गया.
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इस सिलसिले में करीब 250 फोन कॉल की जांच की जा रही है. ये फोन कॉल वो हैं, जो विदेशों में किए गए थे. इनमें से 37 कॉल ऐसे हैं, जिनमें लंबी बातचीत हुई थी. ये सब के सब कॉल धमाके के दिन सुबह 7 बजे से लेकर 11 बजे तक कॉल की गई है. ये सारे कॉल खाड़ी, नेपाल और बांग्लादेश किए गए थे.
धमाके के सुराग ढूंढ रह जांच एजेंसियों को एक सैंट्रो कार की तलाश है. पुलिस ने चश्मदीदों से जो जानकारी इकट्ठा की उसके मुताबिक धमाके के बाद कुछ लोग सैंट्रो कार में भागे. चश्मदीदों ने जो बताया उसके मुताबिक कार सिल्वर रंग की थी और उस पर नंबर था डी एल 9 सी 6034.
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इस नंबर की कार 1999 में खरीदी गई थी जिसे इंशु मिनोचा नाम के एक शख्स ने खरीदा था. पुलिस के मुताबिक इस नंबर की कार 2009 में चोरी हुई थी जिसका इस्तेमाल 2010 में एक चोरी के लिए भी किया गया था. चोरी के बाद कार के मालिक ने नेशनल इंश्योरेंस कंपनी से क्लेम लिया जिसके बाद कार पर मालिकाना हक नेशनल इंश्योरेंस कंपनी दरियागंज का हो गया. पुलिस को उस कार की तलाश है. लेकिन पुलिस को ये शक है कि धमाके के बाद देखी गई कार पर चढ़ा नंबर प्लेट नकली हो सकता है.
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इस बीच ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए विस्फोटकों की जांच की जिम्मेदारी आंध्र प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी राम मोहन को दी गई है. राममोहन को एक्सप्लोसिव एक्सपर्ट माना जाता है. राममोहन अपनी टीम के साथ बुधवार की सुबह दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे और मौका ए वारदात पर जांच की. सबूत के लिए हर जगह को बारीकी से खंगाला जा रहा है.
उधर धमाके में मरने वालों की तादाद बढ़कर 12 हो चुकी है.