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पढ़ाई के मैदान में फिर लुढ़के क्रिकेट के बादशाह धोनी

वेस्टइंडीज में ट्वेंटी-20 विश्व कप में व्यस्त होने के कारण भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लगातार दूसरे वर्ष स्नातक की परीक्षा नहीं दे पाये. धोनी ने सेंट जेवियर कालेज में आफिस मैनेजमेंट एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस (ओएमएसपी) में दाखिला ले रखा है और परीक्षा नहीं देने के कारण उन्हें दूसरी बार अनुतीर्ण घोषित कर दिया गया.

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क्रिकेट की दुनिया के बादशह और भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट के मैदान में करोड़ों लोगों की वाहवाही लूटी होगी, लेकिन पढ़ाई के मैदान में वह लगातार दो वर्षों से जीरो हैं.

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रांची के प्रतिष्ठित सेंट जेवियर्स कालेज में बी काम द्वितीय वर्ष के छात्र माही लगातार दूसरे वर्ष इस बार अपनी परीक्षा नहीं दे सके क्योंकि ट्वेंटी-20 विश्व कप प्रतियोगिता इस बार भी उसी समय आयोजित थी जब माही की बी काम द्वितीय वर्ष की परीक्षा थी.

सेंट जीवियर्स कालेज के परीक्षा नियंत्रक प्रो. अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि धोनी ने रांची के डीएवी स्कूल से अपनी बारहवीं तक की शिक्षा पूरी करने के लगभग एक दशक बाद वर्ष 2008 में सेंट जीवियर्स कालेज में बी कॉम में दाखिला लिया था और इस वर्ष 10 मई से उन्हें बी कॉम द्वितीय वर्ष की परीक्षा देनी थी लेकिन ट्वेंटी-20 विश्व कम क्रिकेट प्रतियोगिता 30 अप्रैल से 16 मई तक वेस्टइंडीज में खेले जाने से वह इस वर्ष भी कालेज की परीक्षा में शामिल नहीं हो सके.

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उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष बी कॉम प्रथम वर्ष की परीक्षा भी वह विश्व कप क्रिकेट के चलते नहीं दे सके थे. पिछले वर्ष बी कॉम प्रथम वर्ष में फेल होने वाले छात्रों की सूची में माही का नाम कालेज के नोटिस बोर्ड पर टंग जाने से खासा बवाल हुआ था. माही ने वोकेशनल बी काम के कोर्स में आफिस मैनेजमेंट एंड सेक्रेटिरियल वर्ष का कोर्स पूरा होने के बाद अब तक वह कोई पढ़ाई नहीं कर सके. {mospagebreak}

प्रो. सिन्हा ने बताया कि धोनी को तीन वर्ष की कुल छह सेमेस्टर की पढ़ाई अधिकतम पांच वर्षों में पूरी करनी थी लेकिन अब तक दो वर्षों में शिक्षा में उनकी प्रगति कुछ नहीं हुई है. कालेज की बी कॉम द्विवतीय वर्ष की परीक्षा वैसे तो दस मई से प्रारंभ होकर 29 मई तक चलनी है लेकिन विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन कर लौटे माही आराम करने देहरादून और अन्य स्थानों पर चले गये और उन्हे शायद कालेज में अपनी पढ़ाई और परीक्षा के बारे में पता लगाने की फुर्सत नहीं मिली.

धोनी कालेज की बी कॉम प्रथम वर्ष की परीक्षा भी पास नहीं कर सके थे. कक्षाओं के बारे में पूछने पर प्रोफेसर सिन्हा ने बताया कि धोनी अपनी परीक्षा तक नहीं दे पा रहे है तो कक्षा की बात करना तो बेमानी है. रांची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ए ए खान ने बताया कि विश्वविद्यालय से जुड़ा सेंट जेवियर्स कालेज स्वायत्त है और अपनी परीक्षाएं वह स्वयं करवाता है.

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धोनी को सेंट जेवियर्स कालेज में खिलाड़ी कोटे में प्रवेश मिला था और कालेज ने उनकी परीक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम किये थे लेकिन क्रिकेटर है कि माही को फुर्सत हीं नहीं देती. माही की कक्षा के एक छात्र रवि ने बड़े दुखी मन से कहा कि धोनी पहले तो देश की क्रिकेट टीम को विश्वकप के सेमीफाइनल तक भी नहीं ले जा सके और दूसरे यहां अपनी परीक्षा भी नहीं दे सके.

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