बालू माफिया के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले आईएएस अधिकारी डीके रवि के सरकारी आवास से उनका शव बरामद हुआ है. बंगलुरु स्थित आवास से संदिग्ध परिस्थिति में मिले इस शव के कारण इलाके में सनसनी फैल गई है. सोमवार शाम उनकी पत्नी घर लौटीं तो उन्होनें पति के शव को पंखे से लटकता पाया. रवि की उम्र करीब 36 वर्ष थी और वो 2009 बैच के आईएएस अधिकारी थे.
बंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एमएन रेड्डी ने मौका-ए-वारदात का जायजा लेने के बाद जानकारी दी कि मामला पहली नजर में आत्महत्या का लग रहा है. डीके रवि का शव पंखे से लटक रहा था. मामले की जांच स्थानीय डीसीपी को दी गई है. एमएन रेड्डी ने बताया कि सुसाइड नोट अभी नहीं मिला है.
डीके रवि एक ईमानदार अधिकारी के तौर पर जाने जाते थे. बंगलुरु से सटे कोलार के कलेक्टर के तौर पर वो आम लोगों में काफी लोकप्रिय थे क्योंकि उन्होंने रेत माफिया के खिलाफ कड़ी कारवाई की थी. जब उनका तबादला हुआ तो स्थानीय लोगों ने कोलार बंद किया, जिसके बाद सरकार पर दबाव बनाकर उनका तबादला रुकवाया गया.
बंगलुरु में एडिशनल कमिश्नर कमर्शियल टैक्स के तौर पर उन्होंने बिल्डर्स को टैक्स जमा करने के लिए मजबूर किया. कहा जा रहा है कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं और वो काफी दबाव में थें उनके शव का पोस्टमॉर्टम मंगलवार को होगा. उनकी मौत की खबर के बाद कोलार में काफी आक्रोश है. दुकानें बंद कर दी गई हैं. स्थिति संभालने के लिए भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है.