डेनमार्क में इंसान और जानवरों के बीच सेक्स संबधों पर बैन लगने जा रहा है. ऐसा डेनमार्क में जानवरों के ऊपर बढ़ते सेक्सुअल हमलों की खबरों के बाद पशुओं के हित में काम करने वाली संस्थाओं के दबाव के कारण किया जा रहा है.
गौरतलब है कि डेनमार्क उन चुनिंदा यूरोपियन देशों में शामिल है, जहां अब भी पशुओं के साथ सेक्स की अनुमति प्राप्त है. नार्वे, स्वीडन और जर्मनी जैसे देश, पशुओं और इंसानों के बीच के सेक्सुअल रिश्तों पर पहले ही बैन लगा चुके हैं. इन देशों में पशुओं से सेक्स करने की इच्छा से आने वाले टूरिस्टों की संख्या बढ़ती जा रही थी. डेनमार्क के कृषि मंत्री डैन जार्गेनशन अगले साल तक एनिमल वेलफेयर एक्ट में संशोधन कर यह प्रतिबंध लगाना चाहते हैं.
डेनमार्क के एक अखबार को उन्होंने बताया 'मुझे लगता है अब जानवरों के साथ इंसानों के सेक्स को बैन करने का वक्त आ गया है. जानवरों के साथ सेक्स करने वाले देश के तौर पर डेनमार्क की जो पहचान बन रही है वो शर्मिंदा करने वाली है.' डैन ने कहा 'ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें जानवरों पर सैक्सुअली हमला किया गया है. ऐसे किसी भी मामले में हमें जानवरों को ही संदेह का लाभ देना होगा क्योंकि जानवर खुल कर सेक्स के लिए हां या ना नहीं कह सकते. अब जब पूरे यूरोप में जानवरों को सेक्सुअल हमलों से बचाने के लिए कानून बन चुके हैं ऐसे में डेनमार्क की छवि जानवरों के साथ 'मस्ती' करने के शौकीन लोगों के ठिकाने के तौर पर बन रही हैं.
डेनमार्क के लोगों में कराए गए एक सर्वे के मुताबिक 76 फीसदी लोग जानवरों के साथ सेक्स को बैन करने के पक्ष में है. इस बैन से बाकी के 24 फीसदी लोगों को तकलीफ हो सकती है.