
डोनाल्ड ट्रंप अब अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन चुके हैं. सोमवार को उनके शपथ ग्रहण समारोह के बाद सोशल मीडिया पर उससे जुड़ी कई बातें वायरल हो रही हैं. इन्हीं में से एक सवाल यह है कि क्या डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ तो ली, लेकिन इस दौरान उन्होंने बाइबल पर हाथ नहीं रखा. इसका वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है और सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चाएं तेज हैं.
क्या है पूरा मामला?
वीडियो में ट्रंप शपथ लेते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपने बाएं हाथ को नीचे रखते हुए सिर्फ दायां हाथ उठाया. आमतौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति बाइबल पर हाथ रखकर शपथ लेते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ.
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क्या थी वजह?
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इसे जल्दबाजी का नतीजा बताया.एक यूजर ने लिखा कि चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने शपथ प्रक्रिया जल्दी शुरू कर दी. मेलानिया जब तक बाइबल लेकर पहुंचीं, तब तक ट्रंप ने शपथ लेना शुरू कर दिया था.
वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा कि चीफ जस्टिस रॉबर्ट्स ने पहले भी शपथ ग्रहण में गड़बड़ी की है. ओबामा के पहले शपथ समारोह में भी उन्होंने गलती की थी, जिसकी वजह से बाद में ओवल ऑफिस में दोबारा शपथ लेनी पड़ी थी.
ट्रंप का बचाव
जहां कुछ लोगों ने इसे परंपरा से हटकर बताया, वहीं कई लोगों ने ट्रंप का बचाव किया. एक यूजर ने लिखा कि मुझे नहीं लगता कि इससे कोई फर्क पड़ता है. ट्रंप ने बाइबल को शपथ के लिए चुना, भले ही उन्होंने उस पर हाथ न रखा हो.
एक अन्य यूजर ने कहा कि मुझे सिर्फ इस बात की परवाह है कि ट्रंप अपने वादों को पूरा करें, न कि उन्होंने बाइबिल पर हाथ रखा या नहीं.
कौन-सी बाइबिल थी तैयार?
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप की शपथ के लिए दो बाइबल तैयार की गई थीं. पारिवारिक बाइबिल और लिंकन बाइबल, जिसे अब्राहम लिंकन (1861) और बराक ओबामा (2009, 2013) ने भी शपथ के लिए इस्तेमाल किया था.यह घटना अब सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बनी हुई है. कुछ लोग इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे ज्यादा महत्व नहीं दे रहे.