स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने बेहद लोकप्रिय गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ के लिये एक भी पैसा नहीं लिया और इसकी रॉयल्टी देश की सेना के फंड में दान कर दिया था.
अपनी सुरीली आवाज से करोड़ों दिलों पर राज करने वाली लता ने एक प्रश्न के जवाब में ट्विटर पर लिखा, ‘मेरे माता पिता ने हमें ये सिखाया था कि अच्छा कर और पानी में डाल. इसलिये मुझसे जो हो सकता है मैं वह जरूर करती हूं और किसी को बताती भी नहीं हूं.’ लता ने कहा, ‘लेकिन अपने ट्विटर पर मुझसे ये सवाल किया है तो उसके जवाब में मैं आपसे बताना चाहती हूं कि ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ इस गाने का मैंने कोई पैसा नहीं लिया था. उस गाने की रॉयल्टी भी हमने सेना के फंड में दे दी थी.’
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा मैंने कई सारे चैरेटी शो किये हैं. जब भी मेरे देश और देशवासियों को इस बहन की जरूरत होती है मैं उसे ईश्वर की आज्ञा मानकर सेवा में उपस्थित होती हूं. हम मंगेशकर बहनों ने पुणे में अपने पिता मास्टर दीनानाथ मंगेशकर के नाम से एक बहुत बड़ा अस्पताल बनाया है.’
लता ने बताया कि इस अस्तपाल में गरीब मरीजों की सेवा की जाती है. उन्होंने कहा, ‘यह हमारे देश के लिये हमारी तरफ से सुमनाजंली है.’ गौरतलब है कि 'ऐ मेरे वतन के लोगों' चीन युद्ध के समय (1962) लता जी का गाया प्रसिद्ध गीत है. इस गीत को सुनकर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आंखों में आंसू आ गये थे.