मोमो आज भारत में सबसे अधिक बिकने वाले स्ट्रीट फूड्स में से एक है.ये स्टीम्ड, फ्राइड, वेज -नॉनवेज सभी तरह के बिकते हैं. इसके अलावा रेस्टोरेंट्स में लगभग इसी तरह के दिखने वाले डिमसम्स मिलते हैं. एक जैसा दिखने के चलते कम ही लोग इन दोनों डिशेज के बेसिक अंतर को जान पाते हैं और दोनों को मोमो ही समझते हैं. अब हाल में इन्हीं मोमो और डिमसम्स को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई.
'बैंबू बॉक्स में आए तो- डिमसम...'
एक एक्स यूजर ऋषभ कौशिक ने एक चैट का स्क्रीनशॉट शेयर किया.इसमें सामने वाले ने उनसे पूछा था- आप दिल्ली से हो तो एक बात बताओ, मोमोज और डिमसम्स में क्या फर्क होता है? ऋषभ ने मजे- मजे में इसपर जवाब देते हुए लिखा है- 'बर्तन का, बैंबू बॉक्स में आए तो डिमसम, प्लेट में आए तो मोमो.' पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा था- मैं सही कह रहा हूं या नहीं?
'औकात का फर्क है दोनों में'
फिर क्या था, इस पोस्ट पर कमेंट्स की झड़ी लग गई. एक शख्स ने मजे लेते हुए लिखा- औकात का अंतर है, 50 रुपये के आए तो मोमोज, 450 रुपये के आए तो डिमसम्स. एक अन्य ने लिखा- डिमसम , मोमो का वो भाई है जो हायर स्टडीज के लिए चीन गया है. बीते एक सितंबर को शेयर किए गए पोस्ट पर अब तक 1.36 लाख व्यूज आ चुके हैं और लोग इसपर ढेरों कमेंट कर रहे हैं.
खैर, यहां हम आपको बता देते हैं कि वास्तव में दोनों डिशेज में बेसिक अंतर क्या है. डिमसम्स चावल या आलू के स्टार्च वगैरह के भी बनते हैं.जबकि मोमोज आटे या मैदा के बनते. इसके अलावा डिमसम्स चाइनीज डिश है जबकि मोमो एक तिब्बती और नेपाली क्यूजीन है.