मध्य प्रदेश के भिंड में एक कुत्ते का आधार कार्ड बनाने का मामला सामने आया है. मामले का पता तब चला जब भोपाल के आईसेक्ट दफ्तर में लोगों ने कुत्ते का रजिस्ट्रेशन देखा, जिसके बाद संचालक को फोन पर और कलेक्टर को एक पत्र भेजकर मामले की जानकारी दी गई.
पुलिस ने आरोपी ऑपरेटर मोहम्मद आजम खान को गिरफ्तार कर लिया है. हैरान करने वाली बात यह है कि आधार कार्ड बनाने वाले ऑपरेटर ने मजाक में ही यह कार्ड बनाया था. जब पुलिस भिंड स्थित कियोस्क पर ऑपरेटर आजम खान को गिरफ्तार करने पहुंची तो आजम खान ने तर्क दिया कि जब गाय और हनुमान के आधार कार्ड बन सकते हैं तो कुत्ते का क्यों नहीं? बाद में उसने अपनी गलती मानते हुए कहा कि घरेलू बातों से परेशान रहने के कारण यह गलती हुई है.
आधार कार्ड के रजिस्ट्रेशन के दौरान 4 साल से कम उम्र के बच्चे की आंखों की रेटिना और उंगलियों के फिंगर प्रिंट नहीं लिए जाते. कुत्ते टफी के आधार कार्ड के लिए आजम ने इसी बात का फायदा उठाया.
हाल ही में पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर एक स्टूडेंट के एडमिट कार्ड में स्टूडेंट की फोटो की जगह एक कुत्ते की फोटो होने का मामला सामने आया था.