सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिसमें धरती को फटा हुआ देखा जा सकता है. देश के कई हिस्सों में ऐसा हुआ है. पहली नजर में वीडियो देखने पर ये किसी फिल्म के सीन जैसा नजारा लगता है. लेकिन यहां असल में धरती फटी है. ये वीडियो आइसलैंड देश के हैं. यहां 14 घंटे के भीतर 800 से अधिक बार भूकंप आया है. देश के दक्षिण पश्चिमी रेक्जेन्स प्रायद्वीप में भी झटके महसूस किए गए हैं.
रेक्जेन्स प्रायद्वीप की सतह से तीन मील नीचे भूकंपीय गतिविधि के बाद भारी विस्फोट की आशंका जताई गई. आइसलैंड विश्वविद्यालय में ज्वालामुखी विज्ञान के प्रोफेसर थोरवाल्डुर थॉर्डर्सन ने बताया कि जमीन के भीतर विस्फोट होने की आशंका बढ़ गई है. खतरे को देखते हुए राजधानी रेकजाविक से 25 मील की दूरी पर स्थित ग्रिंडाविक शहर से कम से कम 4000 लोगों को निकाला गया है. आइसलैंडिक मौसम विज्ञान सेवा ने सोमवार (13 नवंबर) की आधी रात और दोपहर के बीच करीब 900 भूकंपों का पता लगाया गया है.
प्रधानमंत्री कैटरीन जैकब्सडॉटिर ने नागरिकों को आश्वस्त करने की कोशिश की. सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों और वीडियो में जमीन कागज के दो टुकड़ों जैसी दिख रही है. बीते कुछ दिनों में हजारों भूकंप दर्ज किए गए हैं और अब विशेषज्ञों को संदेह है कि Fagradalsfjall ज्वालामुखी फटने वाला है. ये देश यूरेशियन और उत्तरी अमेरिकी टेक्टोनिक प्लेटों के बीच स्थित है और अब इमरजेंसी लगाई गई है.
प्रधानमंत्री जैकब्सडॉटिर ने कहा, 'जैसा कि हम सब कल्पना कर सकते हैं, लोगों को बहुत कम समय में ही अपने घर छोड़ने के लिए कहना एक बहुत बड़ा फैसला है. हम सभी महसूस करते हैं कि यह अनिश्चितता उन पर कितनी भारी पड़ी है. लोगों को घर से जरूरी सामान लाने की अनुमति देने की कोशिश की जा रही है. लेकिन हमेशा लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी.'