वैज्ञानिकों ने बताया है कि टमाटर खाने से अवसाद को दूर भगाया जा सकता है. इस बारे में पता लगाने के लिए शोधार्थियों ने 70 वर्ष या इससे अधिक उम्र के 1000 पुरुषों और महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य तथा खान-पान की आदतों का विश्लेषण किया.
उन्होंने पाया कि जो लोग सप्ताह में दो से छह बार टमाटर खाते हैं उनमें उनलोगों के मुकाबले अवसादग्रस्त होने की सम्भावना 46 फीसदी कम रहती है, जो सप्ताह में एक बार से कम टमाटर खाते हैं. शोध पत्रिका जर्नल ऑफ एफेक्टिव डिसऑर्डर के मुताबिक चीन और जापान के एक अध्ययन दल ने चीन के तियांजिन मेडिकल विश्वविद्यालय के काइजुन नियू की अगुआई में एक प्रारम्भिक रिपोर्ट की जांच करने की कोशिश की कि लाइकोपीन ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस या मस्तिष्क की स्वस्थ कोशिकाओं की क्षति को कम कर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बढ़ा सकती है.
अध्ययन में पाया गया कि अन्य फलों और सब्जियों में ऐसे लाभ नहीं मिलते हैं. 20 फीसदी लोग जीवन में कभी न कभी अवसादग्रस्त होते हैं. महिलाओं की इसकी जद में आने की सम्भावना अधिक होती हैं. वृद्ध भी इसके खतरे के दायरे में होते हैं.
टमाटर एंटी-ऑक्सीडेंट और खासकर लाइकोपीन से भरपूर होता है. लाइकोपीन ही टमाटर को लाल रंग देता है. यह प्रोस्टेट कैंसर तथा हृदयाघात की सम्भावना को भी कम करता है.