रायपुर के एक निजी अस्पताल में 80 साल के शख्स की आंखों से आठ कीड़े निकाले गए हैं. इस बुजुर्ग की आंखों में पहले लार्वा बना, फिर अंडे और फिर इन अंडों से पैदा कीड़े आंख को खा रहे थे.
छतीसगढ़ के बेमेतरा के बेरा गांव में रहने वाले बहार सिंह साहू को बाईं आंख से बचपन से ही दिखाई नहीं देता था. लेकिन उन्हें इससे कोई तकलीफ या दर्द नहीं होता था. लेकिन दो-तीन महीने पहले उन्हें इस आंख में तकलीफ शुरू हुई. फिर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया.धीरे-धीरे लार्वा से कीड़े निकले और आंख के हिस्सों को खाते गए.
नेत्ररोग विशेषज्ञ और ऑपरेशन करने वाली टीम के सदस्य डॉ. चारुदत्त करमकर ने बताया, 'जब बहार सिंह इलाज के लिए आए तो उनकी आंख को देखकर कुछ देर के लिए हम भी हैरान रह गए, क्योंकि आंख पूरी तरह सड़ चुकी थी. एमआरआई करवाया गया तो पाया गया कि आंख में कीड़े हैं. यह बड़ी चुनौती थी. अगर ऑपरेशन नहीं हुआ होता तो कीड़े दिमाग तक जरूर पहुंच जाते'.
बहार सिंह की बहू ने बताया कि उनके ससुर की आंख से खून भी बहता था. गांव में डॉक्टर को दिखाया तो कुछ आराम लगा. लेकिन यह उपचार सिर्फ दर्द कम करने वाला था. जब बहार सिंह के बेटा-बहू ने देखा कि आंख के बाहर का हिस्सा गल रहा है तो वो हफ्ते भर पहले उन्हें लेकर रायपुर पहुंचे और जांच करवाई. चार डॉक्टरों की टीम बनी और इस टीम ने दो राउंड में दो बड़ी सर्जरी की.