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'नौकरी छोड़ो, घर आ जाओ...', देखभाल के बदले बेटी को इतनी सैलरी देते हैं बुजुर्ग मां-बाप!

बुजुर्ग मां-बाप ने कहा कि अगर बेटी नौकरी छोड़ घर में आकर रहेगी और उनकी देखभाल करेगी तो बदले में वे उसकी आर्थिक जरूरतों का ख्याल रखेंगे. उसे अच्छी-खासी सैलरी मिलेगी, जो वर्तमान नौकरी में मिल रही सैलरी से ज्यादा होगी. बेटी को ये प्रपोजल ठीक लगा.

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बेटी को घर पर रहने के पैसे दे रहे मां-बाप (सांकेतिक फोटो- गेटी)
बेटी को घर पर रहने के पैसे दे रहे मां-बाप (सांकेतिक फोटो- गेटी)

बुढ़ापे में मां-बाप की सेवा करना बच्चों का कर्तव्य माना जाता है. लेकिन अगर कोई इसके लिए सैलरी ले तो आप क्या कहेंगे. जाहिर तौर पर आपको थोड़ा अजीब लगेगा. लेकिन चीन में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक बेटी अपने बुजुर्ग पैरेंट्स की देखभाल के बदले अच्छी-खासी सैलरी ले रही है. वो भी मां-बाप के कहने पर. चीनी सोशल मीडिया पर इस बेटी की कहानी काफी चर्चा में है. 

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SCMP की रिपोर्ट के मुताबिक, बेटी ने पैरेंट्स की देखभाल के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी. हालांकि, इसके बदले वो उनसे बाकायदा सैलरी लेती है. दिलचस्प बात यह है कि खुद मां-बाप ने ही उसे ये ऑफर दिया था. बेटी को हर महीने 45 हजार रुपये से ज्यादा मिलते हैं. पैरेंट्स ने कहा- 'यदि आप काम नहीं करना चाहती हैं, तो बस घर पर रहें और हमारे साथ समय बिताएं.'

बेटी को अपने घर पर रखना चाहते थे मां-बाप 

दरअसल, ये कहानी है 40 साल की निआनन की. वह एक न्यूज एजेंसी में 15 साल से काम रही थी. काम का स्ट्रेस काफी बढ़ चुका था. वो परेशान रहने लगी थी. इस बीच उसने अपने पैरेंट्स से संपर्क किया. मां-बाप का दिल पिघल गया और उन्होंने बेटी को घर बुलाने का फैसला कर लिया. लेकिन निआनन आने को राजी नहीं थी क्योंकि नौकरी का सवाल था. ऐसे में मां-बाप ने एक आइडिया निकाला. 

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उन्होंने कहा कि अगर निआनन घर में आकर रहेगी और उनकी देखभाल करेगी तो बदले में वे उसकी आर्थिक जरूरतों का ख्याल रखेंगे. उसे अच्छी-खासी सैलरी मिलेगी, जो वर्तमान नौकरी में मिल रही सैलरी से ज्यादा होगी. निआनन को ये प्रपोजल ठीक लगा. फिलहाल, वह पिछले कुछ महीने से मां-बाप के घर में ही रह रही है और देखभाल के बदले सैलरी ले रही है. 

बताया गया कि निआनन के माता-पिता की महीने की पेंशन 12 लाख रुपये से भी ज्यादा है. इसमें से वो 47 हजार रुपये अपनी बेटी को घर पर रहकर उनकी सेवा करने के लिए देते हैं. इतना ही नहीं पैरेंट्स ने निआनन को छूट भी दी है कि अगर उसे कोई अच्छी नौकरी मिले तो वो जा भी सकती है. निआनन का कहना है कि उसकी जिंदगी काफी आराम भरी हो गई है. हर महीने वो फैमिली ट्रिप पर जाती है.  

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