वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मेंढक की अलग-अलग प्रजातियां अलग-अलग तरीके से छलांग लगाती हैं और उनका उछलना बहुत हद तक उनके आसपास के वातावरण पर निर्भर करता है.
पेड़ों पर रहने वाले मेंढक उंचाई तक चढ़ जाते हैं लेकिन छलांग लगाने पर वह ज्यादा दूरी नहीं तय कर पाते. सामान्य तौर पर पानी में रहने वाला मेंढक छलांग में लंबी दूरी तय करता है. लेकिन जमीन से ज्यादा दूर नहीं जाता. वहीं दूसरी तरफ बिलों में रहने वाला मेंढक ना तो उंची छलांग लगाता है और ना ही ज्यादा दूरी तय करता है.
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ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में शोध कर रहे मार्टा विडाल-गार्सिया ने उनके इस प्रयोग में 30 प्रजातियों के लगभग 230 मेंढकों की छलांग को वीडियो कैमरे में कैद किया.
मार्टा ने कहा, ‘हमने मेंढकों को उनके प्रजनन के वक्त में यानी बारिश के बाद रात के अंधेरे में खोजा क्योंकि यही वह समय होता है जब मेंढक ज्यादा सक्रिय होते हैं'. विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि मेंढकों की छलांग उनके आसपास के वातावरण पर निर्भर करती है और अलग-अलग जगह रहने वाले मेढकों की छलांग भी अलग अलग तरह की होती है.