scorecardresearch
 

Exclusive: मोनिका बलूची बोलीं- मैं बॉन्ड गर्ल नहीं, एक महिला हूं

मोनिका बलूची ने इंडिया टुडे ग्रुप की एडिटोरियल डायरेक्टर कली पुरी से लंदन में बातचीत की. इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में 51 साल की बलूची ने बॉन्ड गर्ल के सामने बॉन्ड महिला की भूमिका के बारे में बात की.

Advertisement
X
Monica Bellucci
Monica Bellucci

जेम्स बॉन्ड सीरीज की फिल्मों में बॉन्ड गर्ल हमेशा चर्चा में रहती आई है. बॉन्ड सीरीज की नई फिल्म 'स्पेक्टर' में इतालवी अभिनेत्री मोनिका बलूची बॉन्ड गर्ल की भूमिका में हैं. बलूची ने अपनी इस फिल्म में बॉन्ड गर्ल के किरदार को लेकर इंडिया टुडे ग्रुप की एडिटोरियल डायरेक्टर कली पुरी से लंदन में खास बातचीत की.

Advertisement

सवालः क्या आप बॉन्ड फैन हैं?
बलूचीः हां, मैं बॉन्ड फैन हूं, क्योंकि इंग्लैंड ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में यह बड़ी परंपरा है. मैंने इस प्रोजेक्ट के लिए हां की, क्योंकि मैं सैन मेंडिस के साथ काम करना चाहती थी. मैं उनकी बहुत इज्जत करती हूं. मुझे कम वक्त के लिए बड़ी भूमिका अदा करने का मौका मिला, जहां मेरा कैरेक्टर लुसिया बॉन्ड को सूचनाएं देती है. इन सूचनाओं से मिशन शुरू होता है.

सवालः क्या आप कभी बॉन्ड गर्ल के आगे बॉन्ड वुमन बनना चाहती थीं?
बलूचीः बॉन्ड गर्ल या बॉन्ड वुमन बनना बहुत सारी अभिनेत्रियों का सपना रहता है. पहले इसकी सभी भूमिकाओं में एक बात कॉमन थी- महिला की मजबूत स्थिति. रोल अच्छी या बुरी लड़की का हो सकता है, लेकिन उसमें स्त्रीत्व हमेशा मजबूत रहता है. इसमें आप पहली बार बॉन्ड वुमन को बॉन्ड की बाहों में देखेंगी. सैम को एक महिला की तलाश थी. ऐसी महिला जो वाकई 50 की दिखती हो . तब भी जब भले ही उसमें युवाओं वाला परफेक्शन न हो. यह एक कॉन्सेप्ट के तौर पर नया है.

सवालः आपको 51 साल की होने का कोई रश्क नहीं है. आप इसका जश्न मनाने जा रही हैं और लोगों को बताने जा रही हैं जब महिलाएं अक्सर अपनी उम्र के बारे में झूठ बोल देती हैं.
बलूचीः उम्र का ढलना कोई बीमारी नहीं है. यह तो जीवन का एक चक्र है. मेरा मानना है कि जवानी की खूबसूरती बची नहीं रहती, लेकिन भीतर एक अलग तरह की खूबसूरती होती है, जो महिलाओं को ताउम्र खूबसूरत बनाए रखती है.

Advertisement

सवालः बॉन्ड जवान महिलाओं से रोमांस करता है. कोई त्योरियां नहीं चढ़ाता. आपने बॉन्ड वुमन का किरदार निभाया, जो बॉन्ड (डेनियल क्रैग) से चार साल बड़ी है. पूरी दुनिया में इस बात की चर्चा है. हम ये असंतुलन कैसे ठीक करें?
बलूचीः हो सकता है कि यह महिलाओं और अभिनेत्रियों को देखने का दूसरा नजरिया हो. मैं फ्रांस में रहती हूं. मैं वहां कैथरीन डेनेव, नैटली बाये और शर्लेट रैंपलिंग को देखती हूं. इंग्लैंड में जूडी डेंच, हेलेन मिरेन हैं. उन्होंने विलक्षण भूमिकाएं अदा की हैं. यह नजरिये का बदलाव है, जिससे महिलाओं और अभिनेत्रियों को देखा जाता है.

Advertisement
Advertisement