मिनेसोटा के एक कपल ने अस्पताल की गलती के कारण प्रेग्नेंट होने के लिए के यूरोलॉजी प्रैक्टिस्नर के खिलाफ मुकदमा किया है. दंपति का आरोप है कि मिनेसोटा यूरोलॉजी प्रैक्टिस की एक नर्स ने पति की नसबंदी के बाद उसके सफल होने के बारे में उन्हें गलत जानकारी दी.
बताया गया कि नसबंदी सफलतापूर्वक हो चुका है. इसके परिणामस्वरूप पत्नी अनप्लान्ड तरीके से प्रेग्नेंट हो गई और उन्हें बच्चे को जन्म देना पड़ा. हफ पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार पिछले सोमवार को मिनेसोटा राज्य की अदालत में इस मुकदमे की सुनवाई की गई. इसमें दंपति ने बच्चे की परवरिश के खर्चे की मांग की है.
दंपति ने बच्चे की परवरिश का मांगा खर्च
दरअसल, 2023 में मिनेसोटा राज्य की अदालत में स्टीवन और मेगन नाम के कपल ने मुकदमा दायर किया था, जो चाहते हैं कि मिनेसोटा यूरोलॉजी उनके बच्चे की परवरिश से जुड़ी लागतों का भुगतान करे. अदालत के एक दस्तावेज के अनुसार, प्रैक्टिस में एक नर्स, जिसकी अब मृत्यु हो चुकी है, उसने 2018 में स्टीवन की नसबंदी के बाद गलत जानकारी दी थी, कि यह प्रोसीजर सफलता पूर्वक संपन्न हो गया है.
नसबंदी की रिपोर्ट दी गई थी पॉजिटिव
पत्नी मेगन का कहना है कि प्रोसीजर के बाद जब सारे टेस्ट की रिपोर्ट नर्स ने दी, तो उसने बताया कि यह सफल है. इसके दो साल बाद ही मैं गर्भवती हो गई. जब मुझे इसका पता चला तो मुझे प्रेग्नेंट हुए 15 हफ्ते हो चुके थे.
कपल को पहले से थे तीन बच्चे
दंपति ने बताया कि हमें पहले से ही तीन बच्चे हैं. हमलोग इनकी परवरिश कर रहे थे. तब हमने फैसला किया कि स्टीवन नसबंदी करवाएंगे. मुकदमे के अनुसार, मई 2019 में दंपति को नर्स जेनिफर व्हेलचेल से ऑपरेशन के टेस्ट का रिजल्ट मिला. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में ऑपरेशन सफल बताया गया है. लगभग चार साल बाद, मार्च 2023 में, मेगन को पता चला कि वह 15 सप्ताह की गर्भवती थी.
मिनेसोटा यूरोलॉजी ने भी मानी हुई है लापरवाही
मुकदमे में दायर एक शर्त के अनुसार, दोनों पक्ष सहमत हैं कि यूरोलॉजी प्रैक्टिस ने लापरवाही की थी. जब उसने दंपति को ऑपरेशन बाद के टेस्ट के रिजल्ट के बारे में गलत जानकारी दी और इस गलती के कारण मेगन गर्भवती हो गईं.
प्रोसिजर रिपोर्ट देने वाली नर्स पर लगाया लापरवाही का आरोप
शिकायत में आरोप लगाया गया कि नर्स को अनुचित तरीके से प्रशिक्षित किया गया था और कई रिपोर्टों का हवाला दिया गया कि उससे शराब की गंध आती थी. सितंबर में एक आदेश में, जज ने फैसला सुनाया कि दंपति इस मामले में दंडात्मक हर्जाना नहीं मांग सकते, क्योंकि ऐसा कोई सबूत नहीं था कि यूरोलॉजी प्रैक्टिस को पता था या जानबूझकर इस सबूत की अनदेखी की गई थी कि व्हेलचेल अयोग्य थी. वैसे नर्स की 2022 में ही मृत्यु हो गई.
कई तरह के हर्जाने की रखी पेशकश
दंपति अपने चौथे बच्चे की परवरिश से संबंधित मुआवजे की मांग कर रहे हैं. शिकायत में कहा गया है कि उन्हें पहले ही कम से कम $50,000 का खर्च उठाना पड़ा है और प्रस्तावित विशेष फैसले के बच्चे के 18 साल का होने तक चिकित्सा व्यय, भावनात्मक संकट, दर्द, असुविधा और बच्चे के पालन-पोषण की लागत की मांग की गई है.
मुकदमे में कहा गया है कि अनियोजित प्रेग्नेंसी के परिणामस्वरूप, मेगन ने नौकरी के लिए आवेदन नहीं किया. दंपति का आरोप है कि गर्भावस्था के कारण उसे अन्य शारीरिक परेशानियों से भी गुजरना पड़ा. मिनेसोटा यूरोलॉजी के वकीलों ने हफपोस्ट को बताया कि वह दंपति के मुकदमे से थोड़े हैरान हैं, लेकिन उन्हें जो करना है, उसे करने का पूरा अधिकार है.