एक महिला पूरे 17 साल बाद अपने असली माता पिता से मिली है. उसने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर देखी थी, जो उसके पिता ने पोस्ट की. महिला का नाम झोंग जिनरोंग है. वो चीन की रहने वाली है. इस काम के लिए उसके पिता ने एक आर्टिस्ट की मदद ली.
उन्होंने बेटी की बचपन से जुड़ी अपनी यादें आर्टिस्ट को बताईं. जिससे उसे ये समझने में मदद मिली कि वो बड़ी होने के बाद कैसी दिखती होगी. साल 2006 में झोंग किडनैप हो गई थी. उसके माता-पिता ने उसे दक्षिण-पश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत के चेंगदू में सड़क पर खो दिया था. वो तब 4.5 साल की थी.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, झोंग को फिर एक कपल को बेच दिया गया. वो उनके साथ जहां रहती थी, वो जगह उस सड़क से 300 किलोमीटर दूर है, जहां वो लापता हुई. उसके पिता ने अपनी नौकरी छोड़ दी और देशभर में अपनी बेटी को ढूंढने निकल गए. वो कर्ज के बोझ तले भी दबे.
उनका कहना है, 'एक पिता की तरह महसूस करने के लिए मेरे पास एक ही तरीका था, अपनी बेटी की तलाश जारी रखना.' उनके अपनी पत्नी के साथ दो और बच्चे भी हैं. वो 17 साल तक अपनी खोई हुई बेटी को ढूंढते रहे.
साल 2018 में झोंग के पिता ने मशहूर आर्टिस्ट लिन युहुई की मदद ली. उससे कहा कि टीनेजर के तौर पर उनकी बेटी कैसी दिखती होगी, इसका एक स्केच बनाएं. फिर वो इसी तस्वीर को लेकर बेटी की तलाश में निकल गए.
इसके बाद सितंबर महीने में उनकी बेटी झोंग ने स्थानीय सोशल मीडिया एप Douyin पर अपने पिता के वीडियो देखे. उसे पहले से इस बात की जानकारी थी कि उसे गोद लिया गया है. वो प्रवासी मजदूर के तौर पर काम कर रही थी. फिर उसने स्केच और अपने बीच समानताएं देखीं. दोनों का बाद में डीएनए टेस्ट हुआ और ये साबित हो गया कि वो पिता बेटी हैं.
झोंग के पिता ने अपने सोशल मीडिया पर कहा, 'मेरी बेटी मिल गई है. इतने साल तक मेरे परिवार की फिक्र करने और मदद करने के लिए लोगों का धन्यवाद.' उन्होंने एक्सप्रेसवे पर बेटी के लापता होने की जानकारी वाला बिलबोर्ड हटाकर खुशखबरी वाला पोस्टर लगा दिया है. उनकी बेटी की शादी हो गई है और एक बेटा भी है. वो 2 नवंबर को अपने असली माता पिता से मिली.
इस खबर की पूरे चीन में काफी चर्चा हुई. लोगों ने मांग करते हुए कहा कि मानव तस्करों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. लोगों का कहना है कि महिला खुशनसीब है कि वो अपने पिता को इंटरनेट पर ढूंढ पाई. लोगों ने परिवार को बधाई भी दी है.