महाकुंभ 2025 में संगम की रेती पर साधु-संतों और बाबाओं के अनोखे रंग देखने को मिल रहे हैं. कोई रुद्राक्ष वाले बाबा हैं, तो कोई साइकिल वाले, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में हैं उड़ीसा के भुवनेश्वर से आए बाबा आर्तत्राण. महानिर्वाणी अखाड़े के बाहर बाबा के कैंप पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है. बाबा का दावा है कि वे भगवान के आशीर्वाद और मंत्रों की शक्ति से असाध्य बीमारियों का इलाज कर सकते हैं. सोशल मीडिया पर लोग इन्हें डॉक्टर बाबा भी कहते हैं.
मुफ्त इलाज, लाखों का दावा
बाबा आर्तत्राण का कहना है कि वे 2011 से डिवाइन ट्रीटमेंट कर रहे हैं और अब तक 30 लाख से अधिक लोगों का इलाज कर चुके हैं. वे न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी अपनी दैवीय शक्ति के जरिए लोगों की बीमारियां ठीक कर रहे हैं. बाबा का दावा है कि उनके मंत्रों से मामूली से लेकर गंभीर बीमारियां तक ठीक हो जाती हैं.
'मेरे ऊपर रिसर्च होनी चाहिए'
यूपी तक को दिए इंटरव्यू में बाबा ने कहा की मेडिकल साइंस के बिना भी लोग 120 साल तक जीते थे. मेरे ऊपर रिसर्च होनी चाहिए, क्योंकि मैं ऐसी बीमारियों का इलाज करता हूं जो मेडिकल साइंस के बस में नहीं है.
बाबा आर्तत्राण का सबसे अनोखा दावा यह है कि अगर कोई व्यक्ति महाकुंभ में उनके पास नहीं आ सकता, तो वे यूट्यूब और फोन के जरिए भी इलाज कर सकते हैं. उनका कहना है कि वे फोन पर कुछ मंत्र बोलते हैं और मरीज को घर बैठे आराम मिल जाता है. बाबा का दावा है कि मेडिकल साइंस जिस बीमारी का इलाज नहीं कर पाता, वह बीमारी भी उनके मंत्रों से ठीक हो जाती है. देखें उनका इंटरव्यू.
कैसे करते हैं इलाज?
महाकुंभ में बाबा के पास पहुंचने वाले श्रद्धालु अपनी बीमारी बताने के बाद बाबा से इलाज करवाते हैं. बाबा पहले मरीज से पूछते हैं कि क्या समस्या है, फिर पेट पर हाथ रखकर या शरीर के हिस्सों को छूकर इलाज करते हैं. मरीजों का कहना है कि बाबा के इलाज से उन्हें तुरंत राहत मिलती है.
श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, सोशल मीडिया पर चर्चा
बाबा आर्तत्राण के कैंप पर श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लगी हैं. सोशल मीडिया पर भी बाबा की चमत्कारी शक्तियों की चर्चा हो रही है. कई लोग बाबा के यूट्यूब चैनल पर जुड़कर उनकी विधियों को आजमा रहे हैं.
क्या बाबा के चमत्कार पर भरोसा करें?
हालांकि बाबा के दावों पर वैज्ञानिक और मेडिकल विशेषज्ञ सवाल उठा सकते हैं, लेकिन श्रद्धालुओं का विश्वास अडिग है. बाबा . महाकुंभ में बाबा का यह कैंप श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.