जापान के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा किए गए एक अध्ययन में फुकुशिमा प्रांत की नदियों और जलाशयों में उच्च स्तरीय रेडियोधर्मिता से युक्त मछलियां पाई गईं हैं. यह वही प्रांत है, जहां एक परमाणु विद्युत संयंत्र में भयानक हादसा हुआ था.
अध्ययन में माउंटेन ट्राउट प्रजाति के नमूनों में प्रति किलो ग्यारह हजार चार सौ बेक्वे रल सीजियम पाया गया है. ट्राउट मछलियों की यह प्रजाति फुकुशिमा दाइची संयंत्र से 20 कि मी उत्तर में स्थित मिनामीसोमा शहर में नीदा नदी में पायी गई है. यह संयंत्र परमाणु दुर्घटना में तहस नहस हो गया था.
पिछले साल चावल और मांस मे रेडियोएक्टिव का पता चलने के बाद जापान की सरकार ने फल, सब्जी, अनाज, सम्रुदी भोजन और मांस में रेडियोधर्मिता के स्तर में 500 से 100 बेक्वे रल तक कमी की थी. दूध और बच्चों के भोजन में 200 से 50 बेक्वे रल और पानी में 200 से 10 बेक्वे रल सीजियम के स्तर में कमी की गई थी.
इस साल जून-जुलाई के महीने में प्रदेश की नदियों, झीलों और तटीय जल में पाये जाने वाले जीवों और मछलियों में सीजियम का स्तर मापने के लिए अध्ययन किया गया था. साल 2011 में आए भूकंप और सूनामी की वजह से फुकुशिमा दाइची संयंत्र में हुई दुर्घटना से जापान के उत्तरी प्रदेश में भारी तबाही मची थी.