विंबलडन इस बार भारतीयों के लिए उम्मीदों की सौगात लेकर आया है क्योंकि कल से शुरू हो रहे इस ग्रैंड स्लैम के युगल वर्ग के मुख्य ड्रा में पांच भारतीय खिलाड़ी चुनौती पेश हैं.
विंबलडन के महिला एकल में सानिया मिर्जा भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी और देश को इन सभी खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन की आशा रहेगी . सानिया पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ निकाह रचाने के बाद पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम में उतरेंगी.
सानिया ने हालांकि निकाह के बाद दो टूर्नामेंटों में भाग लिया लेकिन वहां उनका प्रदर्शन असरदार नहीं रहा. बर्मिंघम टेनिस टूर्नामेंट में वह दूसरे दौर में पराजित हो गईं थी और इसके बाद ईस्टबर्न टूर्नामेंट के मुख्य ड्रा के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थीं.
सानिया विंबलडन के पहले दौर में विश्व नंबर 55 जर्मनी की एंजेलिक कर्बर से मुकाबला करेंगी. सानिया अगर पहले दौर में जीत जाती हैं तो उनका अगले दौर में 13वीं वरीयता प्राप्त शहर पीर या पूर्व फ्रेंच ओपन विजेता अना इवानोविक से होगा.
वहीं दूसरी ओर सोमदेव देववर्मन और प्रकाश अमृतराज भले ही विंबलडन के एकल वर्ग के मुख्य ड्रा में क्वालीफाई नहीं कर पाए हों लेकिन युगल में भारतीयों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी. युगल में भारत की ओर से लिएंडर पेस, महेश भूपति, रोहन बोपन्ना, सोमदेव और हर्ष मांकड़ अपने जोड़ीदारों के साथ प्रतिनिधित्व करेंगे.
सोमदेव और बोपन्ना के लिए हालांकि मुख्य ड्रा काफी कठिन नजर आ रहा है क्योंकि पहले ही दौर में ये दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के सामने होंगे. यानी किसी एक की चुनौती पहले दौर में ही समाप्त होना तय है.
पेस और भूपति की नजर 12वां ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीतने पर होगी. भूपति ने 200 में अमेरिकी ओपन जीतने के बाद से कोई युगल ट्राफी नहीं जीती है, हालांकि वह सात मिश्रित युगल खिताब अपने नाम कर चुके हैं.
अन्य भारतीय खिलाडी पेस ने चेक गणराज्य के अपने जोडीदार लुकास ड्लूही के साथ बेहतर तालमेल के साथ खेल रहे हैं. अपना पहला ग्रैंड स्लैम खेल रहे मांकड़ सर्बिया के जोड़ीदार लिजा बोजोजाक के साथ चुनौती पेश करेंगे.