प्रतिष्ठित संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के स्नातकों के सालाना औसत वेतन में पांच फीसद की कमी आई है जबकि राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान का वेतन छह फीसद बढ़ा है.
आईडीसी-डाटाक्वेस्ट द्वारा 2009 में देश भर के 111 इंजीनियरिंग कालेजों के सर्वेक्षण में कहा गया कि आईआईटी का सालाना औसत वेतन 2009 में पांच फीसदी घटकर 5.88 लाख रुपया हो गया. सर्वेक्षण में हालांकि आईआईटी स्नातकों के सालाना वेतन में गिरावट की वजह वैश्विक मंदी बताई गई लेकिन मजे की बात है कि एनआईटी के स्नातक का वेतन छह फीसद बढ़कर करीब 4.36 लाख रुपए हो गया.
सर्वेक्षण में कहा गया ‘‘आईआईटी के स्नातकों के सालाना वेतन में गिरावट की दूसरी वजह यह है कि आईआईटी के कई विलक्षण विद्यार्थियों ने नौकरी की बजाय उच्च शिक्षा को अहमियत दी.’’ सर्वेक्षण में कहा गया कि सबसे अधिक तन्ख्वाह पाने वाला इंजीनियरिंग स्नातक नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी संस्थान का रहा जिसने श्लुम्बर्गर से 45 लाख रुपए प्राप्त किए. वैश्विक मंदी के कारण देश भर में इंजीनियरिंग स्नातकों का सालाना वेतन औसतन 3.5 लाख रुपए रहा.