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कैदियों की सेहत के लिए जेल में सिखाया जा रहा योग, ध्यान

देश की विभिन्न जेलों में कैद बंदियों की मानसिक और शारीरिक स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से 'मेडिटेशन फाउंडेशन' ने स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद जेलों में योग और ध्यान की मुफ्त कार्यशाला शुरू की है.

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कैदियों की दशा में सुधार जरूरी
कैदियों की दशा में सुधार जरूरी

देश की विभिन्न जेलों में कैद बंदियों की मानसिक और शारीरिक स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से 'मेडिटेशन फाउंडेशन' ने स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद जेलों में योग और ध्यान की मुफ्त कार्यशाला शुरू की है.

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गैर लाभकारी संगठन 'मेडिटेशन फाउंडेशन' ने पिछले महीने हिमाचल प्रदेश के चंबा जेल में 'वर्ल्ड टूर फॉर प्रिजन इनमेट्स' नाम से कैदियों के लिए मुफ्त योग और ध्यान कार्यक्रम की शुरुआत की. फाउंडेशन इससे पहले देहरादून और उत्तराखंड की जेलों में अनेक कार्यक्रम आयोजित कर चुका है.

संगठन के संस्थापक स्वामी अद्वैत ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जेलों को सुधार गृहों में बदलने में जेल अधिकारियों को सहायता पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि संगठन की योजना इस कार्यक्रम को देश के अन्य जेलों में भी शुरू करने की और कैदियों के मानसिक व शारीरिक स्तर में सुधार लाने में मदद करने की है.

उन्होंने बताया कि मुफ्त कार्यशाला चलाने में संगठन की सहायता के लिए हजारों की संख्या में स्वयंसेवक आगे आए हैं. फाउंडेशन कुछ कैदियों को इसका प्रशिक्षण भी देता है, ताकि वे अपने साथी कैदियों को योग और ध्यान सिखा सकें.

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चंबा कारागार के सहायक अधीक्षक जगजीत चौधरी ने बताया कि अधिकांश कैदियों ने इस कार्यक्रम की सराहना की है. जेल अधिकारियों को पूरी उम्मीद है कि इससे कैदियों के विचार और व्यवहार में बदलाव आएगा.

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