एक लड़की हाफ नेकेड होकर दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेताओं में से एक और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने आ जाती है. और फिर उन्हें डिक्टेटर कहती है. तब जर्मनी की चांसलर रहीं एंजला मर्केल भी पुतिन के साथ थीं और वह भी लड़की से बचने की कोशिश करती दिखी. इस दौरान वहां मौजूद पत्रकारों ने इस घटना की फोटोज क्लिक कर लिए और इन फोटोज ने काफी सुर्खियां भी बटोरीं.
ये घटना 8 अप्रैल, 2013 को हुई थी. जर्मनी के हनोवर शहर में इंडस्ट्रियल एग्जीबिशन 'हनोवर मेसे' की ओपनिंग सेरेमनी चल रही थी. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए स्पेशल गेस्ट के तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहुंचे थे. उनके साथ जर्मनी की चांसलर एंजला मर्केल भी थीं. खास बात ये है कि तब इस एग्जीबिशन में रूस की 100 से ज्यादा कंपनियों ने हिस्सा लिया था.
इसी दौरान वो टॉपलेस लड़की पुतिन के सामने आ गई. तब इसे रूसी राष्ट्रपति पर हमला करार दिया गया था. लड़की का नाम ओलेक्जैंड्रा शेवचेन्को है. वो यूक्रेनी संगठन 'Femen' से जुड़ी थी. जो कि महिलाओं के अधिकारों पर नए अंदाज में विरोध प्रदर्शन करती है.
तब द गार्जियन से बातचीत में शेवचेन्को ने इस घटना को लेकर कहा था- मैंने दूर से सूट पहने पुरुषों के एक दल को देखा. जब मैं उस ग्रुप के पास गई तो उनमें सबसे छोटे कद के पुरुषों में से एक पुतिन थे. वो बहुत छोटे थे. वैसा बिल्कुल भी नहीं जैसा फोटो में दिखते थे. और तभी मुझे समझ आया कि यही मौका है. मैं फेंस के ऊपर से कूदी. और कपड़े उतारते हुए पुतिन की तरफ दौड़ी. और चिल्लाई- डिक्टेटर.
वहां मौजूद फोटोग्राफरों ने इस घटना को अपने कैमरे में कैद कर लिया. कई रिपोर्ट्स में इस फोटो को साल 2013 का सबसे खास न्यूज फोटो बताया गया था.
बता दें कि ये ग्रुप मौजूदा समय में भी एक्टिव है. रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच 'Femen' के मेंबर्स रूसी हमले का विरोध कर रहे हैं. वो अपनी छाति पर 'PEACE FOR UKRAINE' 'STOP PUTIN'S WAR' लिखवाकर प्रदर्शन कर रही हैं.
6 मार्च 2022 को इस ग्रुप से जुड़ी 50 लड़कियां एफिल टावर के पास जा पहुंची. और वहां उन्होंने टॉपलेस होकर प्रदर्शन किया. इससे पहले भी लड़कियों ने स्पेन के मैड्रिड शहर में प्रदर्शन किया था. 3 मार्च 2022 को. वे रूसी दूतावास के बाहर पहुंच गए थे. उनके बालों में फूल लगे थे और उनकी खुली छाति यूक्रेन के लिए शांति की मांग कर रही थी.
'Femen' संगठन दुनिया के कई देशों में काम कर रहा है. और इसके मेंमबर्स अलग-अलग फेमिनिस्ट कैंपेन करते रहते हैं. इनका मंत्र है- खुली छाति हमारा हथियार है.
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