सार्वजनिक क्षेत्र की आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल पेट्रोल और डीजल की नियंत्रण मुक्त प्रणाली के तहत हर पखवाड़े आपस में मिल कर पेट्रोल की कीमतें तय करेंगी. सरकार द्वारा तय नयी व्यवस्था इसी सप्ताह शुरू हो सकती है.
सरकार ने पिछले महीने पेट्रोल और डीजल की कीमतों के मूल्यों को नियंत्रण मुक्त करने का निर्णय किया. इसके तहत पेट्रोल के दाम 3.50 रुपये प्रति लीटर बढ़ दिए गए पर डीजल में दो रुपए की ही वृद्धि की गयी. डीजल के दाम पर सरकार का नियंत्रण अभी बना रह सकता है.
एक अग्रणी सरकारी तेल कंपनी के एक उच्च अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर केवल पेट्रोल की कीमतें नियंत्रण मुक्त की जा रही हैं, तो सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करने का कोई मतलब नहीं है. ये कंपनियां आपस में समन्वय के जरिए पेट्रोल की कीमतों का निर्धारण करना जारी रखेंगी.’’ आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल द्वारा कच्चे तेल की हर पखवाड़े की औसत कीमत के आधार पर महीने में दो बार पेट्रोल की कीमतों में संशोधन किए जाने की संभावना है.