मोक्षधाम के रूप में चर्चित बिहार के गया जिले में इन दिनों जारी पितृपक्ष मेले में देश-विदेश से आए लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति और उन्हें मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण कर रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच एक ऐसा व्यक्ति भी है, जो सालों से परायों के पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान कर रहा है.
भगवान विष्णु की तपोस्थली और भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बिहार के गया जिले में इन दिनों पितृपक्ष मेला जारी है. पंद्रह दिन तक चलने वाले इस मेले के दौरान देश विदेश से लाखों की संख्या में लोग यहां आकर अपने पितरों के मोक्ष प्राप्ति हेतु उनका पिंडदान श्राद्ध और तर्पण करते हैं पर गया निवासी सुरेश नारायण हर साल बाढ वष्रा तथा अन्य प्राकृतिक एवं मानवजन्य आपदाओं तथा विभिन्न दुर्घटनाओं में मारे गये व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिये पिंडदान श्राद्ध एवं तर्पण करते हैं.
नारायण ने इस बार भी जगतगुरु स्वामी रधवाचार्य जी महाराज के निर्देशन में फल्गू नदी के तट पर स्थित देव घाट के प्रांगण में पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु, आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस आर रेड्डी, लेह में बादल फटने से मारे गए लोगों, पाकिस्तान एवं चीन सहित विश्व के अन्य भागों में आयी बाढ में मरने वाले लोगों, बिहार के लखीसराय जिले में नक्सली मुठभेड में शहीद हुए पुलिसकर्मियों सहित देश में आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिक एवं आम नागरिक, डेंगू एवं स्वाइनफ्लू से मरने वाले लोगों तथा सूरजकुंड में पानी के जहरीला हो जाने मरे कछुआ शंभु जैसी अतृप्त आत्माओं का कल उन्होंने सामूहिक पिंडदान और श्राद्ध किया.
सुरेश नारायण ने वर्ष 2008 में मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर में आतंकवादी घटनाओं :विस्फोट: में मारे गए लोगों, देश में शहीद हुए पुलिसकर्मी और सैनिक, बिहार में कोसी नदी की बाढ और चीन भूकंप में मारे गए लोगों, माकपा के पूर्व महासचिव सुरजीत सिंह, आरूषि एवं हेमराज और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो का पिंडदान किया था.
वर्ष 2009 में नारायण ने मुंबई हमले में मारे गए लोगों, देश के लिए बलिदान देने वाले शहीद सैनिकों, शास्त्रीय गायिका गंगूबाई हंगल और मुस्लिम धार्मिक नेता सैयद अब्दुल्ला बुखारी और पोप गायक माइकल जैक्सन और बाढ-सुखाड में मरने वाले लोगों का श्राद्ध एवं पिंडदान किया था.
यह पूछे जाने पर कि क्या कोई व्यक्ति दूसरों के पितरों के लिये पिंडदान कर सकता है, जगत गुरु स्वामी रधवाचार्य ने बताया कि गया क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के नाम से किये गये पिंडदान से पितरों को मोक्ष मिलता है.