भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 21 जुलाई से लार्डस में होने वाले टेस्ट मैच में बेहद सतर्क रहने की जरूरत है. यह 2000वां टेस्ट मैच होगा और यदि अब तक के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पहले से लेकर 100, 200, 1000 यानी लगभग हर सौवें टेस्ट मैच में मेजबान टीम का दबदबा रहा है.
भारत अभी दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम है लेकिन इंग्लैंड ने भी लंबी अवधि के प्रारूप में पिछले दो साल में शानदार प्रदर्शन किया है. भारत के लिये वहां की तेज और स्विंग लेती पिचों पर उसके तेज गेंदबाजों का सामना करना आसान नहीं होगा. इसके अलावा 2000वां टेस्ट होने के कारण आंकड़े भी भारत के खिलाफ ही हैं.
अब तक यदि पहले, 100वे, 200वें और इसी तरह से आगे के हर सौवें टेस्ट मैच के परिणाम पर गौर किया जाए तो मेजबान टीम अधिकतर मैच में जीत दर्ज करने में सफल रही है. इसमें पहला टेस्ट मैच भी शामिल किया जाता है तो अब तक ऐसे 20 मैच में से 14 का परिणाम निकला है जिनमें से दस मैच में मेजबान टीम विजयी रही है.
भारत को यदि इस मिथक को तोड़ना है तो उसे आस्ट्रेलिया या वेस्टइंडीज जैसा प्रदर्शन करना होगा. आस्ट्रेलिया ने एक जबकि वेस्टइंडीज ने तीन अवसरों पर विदेशी सरजमीं पर इस तरह के टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की.
भारत के लिये अच्छी खबर यह है कि इन चारों अवसरों पर हारने वाली मेजबान टीम इंग्लैंड की थी. मेलबर्न में खेला गया पहला टेस्ट मैच मेजबान आस्ट्रेलिया ने 45 रन से जीता था.
इसके बाद 100वां टेस्ट मैच सिडनी में खेला गया जिसमें फिर से आस्ट्रेलिया जीतने में सफल रहा. इंग्लैंड ने 1948 में 300वें टेस्ट मैच की मेजबानी की थी लेकिन तब मेहमान आस्ट्रेलिया जीत गया था.
भारत और पाकिस्तान के बीच कराची में 1955 में खेला गया श्रृंखला का पांचवां मैच 400वां टेस्ट था. यह मैच अनिर्णीत समाप्त हुआ था. इसके अलावा भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच डरबन में 1992 में खेले गये टेस्ट संख्या 1200वें का परिणाम भी नहीं निकल पाया था.
ऑस्ट्रेलिया ने 600वें और 800वें टेस्ट मैच में भी अपने चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को अपनी सरजमीं पर मात दी थी. वेस्टइंडीज ने इस तरह के मैचों में इंग्लैंड को उसकी धरती पर हराने के अलावा 1981 में कैरेबियाई सरजमी (ब्रिजटाउन) पर खेला गया 900वां टेस्ट मैच भी जीता था.
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच हैदराबाद में 1984 में खेला गया मैच 1000वां टेस्ट था. इसमें मेजबान पाकिस्तान ने सात विकेट से जीत दर्ज की थी. इन दोनों टीमों के बीच ही लाहौर में 2002 में 1600वां टेस्ट मैच खेला गया था जिसमें पाकिस्तान ने पारी और 324 रन से बड़ी जीत दर्ज की थी.
इंग्लैंड को इस तरह के मैचों में अधिकतर हार का सामना करना पड़ा लेकिन लार्डस में 2004 में खेले गये 1700वें मैच में वह पहली बार हर 100वें टेस्ट से जुड़े मिथक को तोड़ने में सफल रहा. वह इंग्लैंड के वर्तमान कप्तान एंड्रयू स्ट्रास का पहला टेस्ट मैच था. स्ट्रास ने शतक जड़कर इंग्लैंड की न्यूजीलैंड पर जीत में अहम भूमिका निभायी थी.