घर में सब्जी खत्म हो गई हो या तुरंत कोई छोटा मोटा समान मंगाना है तो अब मार्केट जाने की जरूरत ही नहीं पड़ती. ऑनलाइन ग्रोसरी ऐप के जरिये सामान कुछ ही मिनटों में घर के दरवाजे तक आ जाता है. ऑर्डर करने के बाद जब डिलिवरी बॉय दरवाजा खटखटाता है तो अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि हमारा इतने का ऑर्डर था, इतना डिलिवरी चार्ज लगा, जीएसटी भी दिया लेकिन इसमें से डिलिवरी वाले को कितना मिला?
अब इसका कोई डेटा कस्टमर के पास तो होता नहीं है, फिर क्या बस यही जानने के लिए हम पहुंच गए नोएडा के सेक्टर 4. यहां हमें डिलिवरी का स्टोर मिला जहां एक नहीं बल्कि कई सारे डिलिवरी वाले सामान पहुंचा रहे थे. यहां हमने कई डिलिवरी वालों से बात की और पूछा कि आखिर वे कितना कमा लेते हैं. आइए अब आपको बताते हैं.
कितना कमाते हैं आपके घर सामान पहुंचाने वाले डिलिवरी बॉय ?
छह महीने से ग्रोसरी डिलिवरी का काम कर रहे शिवम पाण्डेय ने बताया कि राइडर की इतनी भी ज्यादा कमाई नहीं होती है. हम दिन की 35–40 राइड ले लेते हैं. यह घटती और बढ़ती भी रहती हैं. शिवम ने बताया कि एक किलोमीटर की राइड पर डिलिवरी बॉय के खाते में 10–15 रुपए आ जाते हैं. कई बार ये पैसे बढ़ा भी दिए जाते हैं और कई बार घटा भी दिए जाते हैं. अगर आप ऐवरेज लगाकर चलें तो औसतन एक किलोमीटर पर राइडर को 9 रुपए मिल रहे हैं. शिवम ने बताया कि कस्टमर चाहे 50 रुपये का ऑर्डर करे या 500 का, डिलिवरी बॉय को किलोमीटर के हिसाब से ही पैसै मिलते हैं.
डिलिवरी बॉय की जॉब कैसे मिलती हैं?
डिलिवरी बॉय ने बताया कि ऑनलाइन ग्रोसरी डिलिवरी ऐप्स में जुड़ने के लिए उन्हें कंपनी के ऐप पर अपना अकाउंट बनाना होता है. इसके लिए उन्हें आधार कार्ड और एक अन्य पहचान पत्र देना होता है. इसके बाद वे सारी डिटेल्स भरकर कंपनी को भेजते हैं, और फिर उन्हें काम मिलने लगता है. इसके लिए वाहन का इंतजाम खुद डिलिवरी बॉय को ही करना होता है.
क्या त्योहारों पर बोनस मिलता है?
डिलिवरी बॉय ने बताया कि उनकी कुल कमाई सिर्फ और सिर्फ ऑर्डर डिलिवर करने पर निर्भर होती है. वे जितने ज्यादा ऑर्डर डिलिवर करेंगे, उनकी कमाई उतनी ही ज्यादा होगी. त्योहारों के दौरान उन्हें किसी भी तरह का अतिरिक्त बोनस या गिफ्ट नहीं दिया जाता. वे यह भी बताते हैं कि कंपनी की ओर से विशेष अवसरों या त्योहारों पर कोई अतिरिक्त प्रोत्साहन या इंसेंटिव भी नहीं मिलता.
ऐसे में डिलिवरी बॉय को अपने काम के जरिए ही अपनी कमाई पूरी करनी पड़ती है, और त्योहारों पर उनका काम पहले जैसा ही जारी रहता है, बिना किसी विशेष बोनस के. लेकिन त्योहारों या किसी विशेष दिन पर रोज के मुकाबले ज्यादा ऑर्डर आते हैं, इससे उनकी कमाई हो जाती है.
क्या डिलिवरी बॉय के लिए दी हुई टिप उन्हें मिलती है? या अगर कस्टमर सामान ना ले तो?
ऑनलाइन ग्रोसरी डिलिवरी ऐप में कुछ ऑडर्र करते वक्त कई बार डिलिवरी बॉय को टिप देने का ऑप्शन आता है. अगर कस्टमर टिप देता है वह डिलिवरी बॉय को दी जाती है. सचिन ने आगे यह भी बताया कि अगर डिलिवरी के दौरान कोई सामान खो जाता है, तो उसकी जिम्मेदारी डिलिवरी बॉय पर होती है.
अगर कस्टमर सामान लेने नहीं आता है तो डिलिवरी बॉय कस्टमर से संपर्क करता है. अगर फिर भी कस्टमर जवाब नहीं देता है तो डिलिवरी बॉय सामान वापस स्टोर पर लौटाता है. अगर डिलिवरी बॉय को वो सामान पसंद आता है तो वह उसे रख सकता है, लेकिन इसके लिए उसे सामान की कीमत चुकानी होती है.
अगर डिलिवरी बॉय का एक्सीडेंट हो जाए तो क्या कंपनी कुछ करती है?
सामान डिलिवर करते समय कोई भी दुर्घटना हो सकती है, ऐसे में कंपनी इस बात का ध्यान रखती है. सभी डिलिवरी बॉय के पास यह ऑप्शन होता है कि वे अपना इंश्योरेंस करा लें लेकिन इसके डिलिवरी बॉय को कंपनी को एक अमाउंट जमा करना होता है. डिलिवरी विशाल ने बताया कि कंपनी एक बार में 1500 रुपये लेती है. यह अमाउंट घट या बढ़ भी सकता है और इससे एक साल के लिए डिलिवरी मेन का इंश्योरेंस होता है. अगर ड्यूटी के दौरान कोई एक्सीडेंट का कोई दुर्घटना हो जाती है तो कंपनी उसका पूरी खर्च उठाती है.
अगर डिलिवरी बॉय के साथ कोई कस्टमर बदतमीजी करे तो?
अक्सर देखा गया है कि अगर डिलिवरी बॉय कस्टमर के साथ कुछ बदसलूकी करता है तो कस्मटर के पास कंप्लेन करने का ऑप्शन होता है लेकिन अगर डिलिवरी बॉय के साथ ऐसा कुछ हो तो? यह सवाल जब हमने विशाल ने किया तो उन्होंने बताया कि डिलिवरी बॉय के पास भी अपनी सुरक्षा और किसी से भी बदतमीजी सहन ना करने का अधिकार है. इसके लिए कंपनी हर बदतमीजी के ऐप में एक इमरजेंसी बटन देती है. अगर डिलिवरी बॉय उसे दबाता है तो तुरंत आसपास के एरिया की पुलिस के पास कॉल कर दी जाती है और उस पर एक्शन हो जाता है. इसके साथ ही कस्मटर की पुलिस कंप्लेन भी की जा सकती है.