अपने सुनहरे कैरियर में 800 टेस्ट विकेट लेकर क्रिकेट के इस पारंपरिक स्वरूप को अलविदा कहने वाले श्रीलंकाई आफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने कहा कि यदि टीम को उनकी जरूरत हुई तो वह अगले साल उपमहाद्वीप में होने वाला विश्व कप खेलेंगे.
भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में दस विकेट से मिली शानदार जीत के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले मुरलीधरन ने कहा, ‘मैने चयनकर्ताओं से बात की है. टीम को यदि मेरी जरूरत होगी तो मैं अगले साल विश्व कप खेल सकता हूं अन्यथा वे किसी युवा को तैयार कर सकते हैं. इसके अलावा मैं टी-20 क्रिकेट खेलता रहूंगा.’
स्कूली दिनों में शौकिया तौर पर रग्बी खेलने वाले मुरली ने हालांकि इस खेल में नयी पारी की शुरूआत से इनकार किया. उन्होंने कहा, ‘मैं रग्बी उतना अच्छा नहीं खेलता कि कैरियर बना सकूं. मैं सिर्फ क्रिकेट ही खेलना जानता था. मेरे दुनिया भर में काफी दोस्त है और अब मैं सभी से मिलने का समय निकाल सकता हूं.’
अपने गेंदबाजी एक्शन को लेकर अक्सर विवादों के घेरे में रहे मुरली को उन आस्ट्रेलियाई अंपायरों से भी कोई शिकायत नहीं है जिन्होंने उन्हें निशाना बनाया. उन्होंने कहा, ‘मुझे किसी अंपायर से शिकायत नहीं है. यह उनका काम था. मैने खुद को निर्दोष साबित किया और टीम के लिये अच्छा प्रदर्शन कर पाया. मेरे लिये यही बहुत है.’