सोशल मीडिया पर आईएएस अफसर (IAS Officer) द्वारा एक तस्वीर पोस्ट करने के बाद उसपर दो आईपीएस अधिकारियों (IPS Officer) ने रिएक्ट किया. तस्वीर में एक शख्स AK-47 राइफल लेकर किताब पढ़ता हुआ नजर आ रहा है. तीनों अधिकारियों ने अपने-अपने तरीके से इस तस्वीर की व्याख्या की. उनके ट्वीट पर यूजर्स ने रिएक्ट किया है.
दरअसल, राइफल के साथ किताब पकड़े शख्स की तस्वीर को सबसे पहले IAS अवनीश शरण (Awanish Sharan) ने ट्वीट की. उन्होंने इस तस्वीर को कैप्शन दिया- 'ऐसी पढ़ाई का क्या फायदा..?' इसके बाद IPS दीपांशु काबरा (Dipanshu Kabra) और IPS आरके विज (RK Vij) ने भी इसपर रिएक्ट किया.
ऐसी पढ़ाई का क्या फ़ायदा. pic.twitter.com/dAOzIWonbC
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) March 3, 2022
IPS दीपांशु काबरा ने लिखा- "किताब हाथ मे आते ही बंदूक छूट गई. ज्ञान से ही शांति, सभ्यता, प्रगति की राह मिलती है." वहीं IPS आरके विज लिखते हैं- "सोच रहा है, पढ़ लेते तो शायद बंदूक न उठानी पड़ती."
'किताब' हाथ मे आते ही 'बंदूक' छूट गयी!#ज्ञान से ही शांति, सभ्यता, प्रगति की राह मिलती है. https://t.co/M7a7LaDPt2
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) March 3, 2022
सोच रहा है, पढ़ लेते तो शायद बन्दूक न उठानी पड़ती। https://t.co/zsm5Xta2kF
— RK Vij (@ipsvijrk) March 3, 2022
यूजर्स ने किया रिएक्ट
इसपर एक यूजर (@sanjeevk_poddar) ने लिखा- 'छत्तीसगढ़ के 3 अफसर, एक तस्वीर को ट्वीट करते हैं और अलग अलग व्याख्या करते हैं. मतलब एक ही वस्तु, घटनाक्रम, परिस्थिति को देखने का नजरिया भिन्न हो सकता है और हर नजरिया सही हो सकता है.'
इसके जवाब में IPS दीपांशु काबरा लिखते हैं- "शब्द अलग, अलग विचार, एक ही है सबका सार. ज्ञान मिटाए, सारे अंधकार."
शब्द अलग, अलग विचार
एक ही है, सबका सार,
"ज्ञान मिटाये, सारे अंधकार"@ipsvijrk @AwanishSharan https://t.co/a8bCfgm37Y
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) March 4, 2022
वहीं, आईपीएस सूरज सिंह परिहार (Suraj Singh Parihar, IPS) ने भी इसपर रिएक्ट किया. उन्होंने लिखा- 'एतदद्वारा इसको पुलिस की पाठशाला में निःशुल्क सदस्यता दी जाती है सर.' कुल मिलाकर अधिकारियों की पोस्ट पर सैकड़ों यूजर्स ने रिएक्ट किया है.
एतदद्वारा इसको पुलिस की पाठशाला में निःशुल्क सदस्यता दी जाती है सर 😊#पुलिसकीपाठशाला #freebookbank #bookbank #PoliceKiPathshala
— Suraj Singh Parihar IPS (@SurajSinghIPS) March 3, 2022
देखिए कुछ ट्वीट...
हो कहीं भी आग पर आग 🔥 जलनी चाहिए 😂😂 pic.twitter.com/b9StAChXo1
— 𝐀𝐍𝐉𝐀𝐍𝐄𝐘𝐀 (@anjanikumar41) March 3, 2022
फ़ायदा है. हो सकता है यहीं से बदलाव हो जाए. बंदूक़ से ज़्यादा शक्ति है किताबों में.
— Raj Kumar Singh (@rajkumarspeaks) March 3, 2022
फायदा हैं बस नजरिए की कमी है
A book in hand bring the GUN down.
— suman sourabh prasad (@aryan_sourabh) March 3, 2022
— स्वयंभू 💭 (@imanilsahu) March 3, 2022
— 🇮🇳 पहाड़ी (@brijeshnbrijesh) March 3, 2022
फायदे का नहीं पता, पर इसका मतलब जरूर है कि जब किताब उठाते हैं तो हथियार छूट जाते हैं। pic.twitter.com/r68abBfn4D
— DR Prajapati (@DR_Pra90) March 3, 2022