टैलेंटेड स्टाफ को आईटी कंपनी से लंबे समय तक जोड़कर रखना मुश्किल माना जाता है, लेकिन ऐसा लगता है कि एक भारतीय कंपनी ने इसका तोड़ निकाल लिया है. ये कंपनी अपने कर्मचारियों को फ्री में मैचमेकिंग सर्विस ऑफर करती है. जब किसी कर्मचारी की शादी होती है तो उन्हें स्पेशल इंक्रीमेंट भी दिया जाता है. साथ ही, हर 6 महीने में कंपनी सभी कर्मचारियों का इंक्रीमेंट करती है.
मदुरै स्थिति श्री मूकाम्बिका इंफोसॉल्यूशन (Sri Mookambika Infosolutions) कंपनी और उसकी सहयोगी कंपनियों में 750 लोग काम करते हैं, जिसमें 40 फीसदी लोग ऐसे हैं जो 5 साल से ज्यादा समय से वहां काम कर रहे हैं.
साल 2006 में तमिलनाडु के शिवकाशी में SMI के सफर की शुरुआत हुई थी. धीरे-धीरे कंपनी बड़ी होती गई. एक छोटे से शहर में सही लोगों को हायर करना एक बड़ा चैलेंज बन गया. साल 2010 में कंपनी मदुरै में शिफ्ट हो गई, जबकि ज्यादातर आईटी कंपनियां चेन्नई को प्रीफर करती हैं. खास बात यह है कि चेन्नई के मुकाबले मदुरै में ऑपरेटिंग कॉस्ट 30 फीसदी कम है.
टीओआई से बातचीत में SMI के सीईओ और फाउंडर एम. पी. सेल्वागणेश ने कहा- हम जानते थे कि टियर-1 शहर में इस तरह का कम्युनिटी नहीं बनाया जा सकता है. जहां सबकुछ पैसों से जुड़ा है. हमने मदुरै को चुना क्योंकि वह हमारे DNA से मैच करता है.
हालांकि शुरुआत में SMI को काबिल स्टाफ ढूंढने में दिक्कतें आ रही थी. क्योंकि कंपनी पर मदुरै-बेस्ड स्टार्टअप का ठपा लगा हुआ था. सेल्वागणेश ने कहा- शुरुआती 200 लोगों को हायर करने में काफी दिक्कतें सामने आईं थीं. तब एवरेज परफॉर्मर्स को भी बेनिफिट ऑफ डाउट दे दिया जाता था, जिसकी वजह से बाद में वह अच्छा परफॉर्म करने लगते थे. धीरे-धीरे जब टीम सेट होने लगी तो हम उनसे प्रोफेशल एक्सीलेंस की मांग करने लगे. इसके नतीजे चौंकाने वाले थे.
कंपनी में मैरिज इंक्रीमेंट का प्रावधान पहले दिन से ही था. लेकिन बाद में मैचमेकिंग सर्विस भी ऑफर किया जाने लगा. कंपनी अपने सभी स्टाफ का साल में दो बार 6 से 8 फीसदी का इंक्रीमेंट करती है. सेल्वागणेश ने कहा- हमारे साथ कुछ लोग बहुत लंबे समय से जुड़े हैं. लेकिन हम इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हो सकते कि वह कहीं नहीं जाएंगे. उनके मन ऐसा ख्याल आए उससे पहले ही हम स्टेप ले लेते हैं.
हालांकि, जवाबदेही और खर्च पर कंट्रोल करना भी बहुत जरूरी है. सेल्वागणेश ने बताया- हम सलाना कम परफॉर्म वाले 4-5 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल भी देते हैं.