आईसलैंड के एक ज्वालामुखी से उड़ रही राख के कारण उत्तरी यूरोप के कई शहरों के हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से भारत से ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका और कई यूरोपीय शहरों को जाने वाली उड़ानें रद्द या अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दी गई हैं.
एयर इंडिया, किंगफिशर और जेट एयरवेज एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि इन स्थानों के हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण उन्होंने अपनी उड़ान रद्द कर दी है. एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि हवाई क्षेत्र के बंद होने के कारण उन्होंने शुक्रवार दोपहर से अगले 48 घंटों तक पश्चिमी देशों को जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं.
इसी तरह जेट एयरवेज ने भी लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे और अपने यूरोपीय केंद्र ब्रसेल्स के लिये शुक्रवार को जाने वाली उड़ानों को अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया है. जेट के प्रवक्ता ने कहा कि इसमें ब्रसेल्स से न्यूयार्क, टोरंटो और नेवार्क जाने वाली उड़ान शामिल हैं.
किंगफिशर एयरलाइन ने लगातार दूसरे दिन लंदन के लिये अपनी उड़ान रद्द कर दी, जबकि एयर इंडिया ने लंदन, टोरंटो और न्यूयार्क के लिये अपनी उड़ानों के समय में फेरबदल किया. किंगफिशर की लंदन से नई दिल्ली तथा नई दिल्ली से लंदन की उड़ान रद्द कर दी गई है. इसके अलावा मुंबई से लंदन तथा लंदन से मुंबई की उड़ान भी रद्द कर दी गई है.
अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को हुये आतंकवादी हमले के बाद पहली बार हवाई यातायात प्रभावित हुआ है और हजारों यात्री यूरोप के हवाईअड्डों पर असहाय फंसे हुये हैं. यूरोप की हवाई यातायात नियंत्रण सेवा के एक प्रवक्ता ने कहा कि अटलांटिक के पार जाने वाली आधी उड़ानें रद्द हो गई हैं.
विश्व के सबसे व्यस्ततम माने जाने वाले हीथ्रो हवाई अड्डे पर यात्री हड़बड़ाये हुये हैं और विमान के आवागमन के संबंध में जानकारी देने वाले इलेक्ट्रानिक बोर्ड के सामने से हट नहीं रहे हैं. इस बीच टीवी फुटेज से पता चला है कि ज्वालामुखी से अभी भी लावा निकल रहा है, जिससे कालाधुंआ निकल रहा है.