सूचना संचार और प्रौद्योगिकी (आईसीटी) उद्योग के तहत आने वाले इंटरनेट, वीडियो और अन्य क्लाउड सेवाएं एक साल में 83 करोड़ टन से ज्यादा कार्बन डाईऑक्साइड उगलती हैं. शोधार्थियों द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक कार्बन डाईऑक्साइड गैस एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस है और सूचना व संचार उद्योग से होने वाला उत्सर्जन कुल वैश्विक उत्सर्जन का लगभग दो फीसदी है. उड्डयन उद्योग के उत्सर्जन का अनुपात भी इतना ही है.
शोध पत्रिका एनवॉरमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के मुताबिक सेंटर फॉर एनर्जी-इफिसिएंट टेलीकम्यूनिकेशंस (सीईईटी) और बेल लैब्स के शोधार्थियों के मुताबिक उत्सर्जन में आईसीटी का अनुपात 2020 तक दोगुना हो जाएगा.