चेन्नई सुपरकिंग्स ने उतार चढ़ावों से भरे फाइनल मैच में मुंबई इंडियन्स को 22 रन से शिकस्त देकर तीसरे इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जीता.
चेन्नई की इस जीत के नायक सुरेश रैना रहे जिन्होंने बल्लेबाजी में धमाल दिखाने के बाद गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया जबकि लीग चरण में सर्वाधिक दस मैच जीतने वाली मुंबई को नतमस्तक उसके क्षेत्ररक्षकों और बल्लेबाजों ने किया.
रैना ने 13 और 28 रन के निजी योग पर मिले जीवनदान का फायदा उठाकर 35 गेंद पर तीन चौकों और इतने ही छक्कों की मदद से नाबाद 57 रन की पारी खेली. उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (22) के साथ 35 गेंद पर 72 रन की साझेदारी की जिससे टीम ने शुरुआती झटकों से उबरकर पांच विकेट पर 168 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया.
मुंबई के बल्लेबाजों को रन बनाने के लिये जूझना पड़ा. उंगलियों में चोट के बावजूद क्रीज पर उतरे सचिन तेंदुलकर ने 45 गेंद पर 48 रन बनाये लेकिन उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल पाये. 18वें ओवर में क्रीज पर उतरे मुंबई के तारणहार कीरोन पोलार्ड 10 गेंद पर 27 रन ही बना पाये जिससे उसका स्कोर नौ विकेट पर 146 रन पर थम गया.{mospagebreak}
चेन्नई का यह दूसरा फाइनल था लेकिन वह पहली बार चैंपियन बना. वह आईपीएल 2008 में राजस्थान रायल्स से खिताबी मुकाबले में हार गया था. यही नहीं धोनी आईपीएल ट्राफी उठाने वाले पहले भारतीय कप्तान भी बन गये हैं.
चेन्नई की तरह मुंबई इंडियन्स को भी शुरू में रन बनाने के लिये जूझना पड़ा. सलामी बल्लेबाज शिखर धवन आठ गेंद का सामना करने के बावजूद बिना खाता खोले दूसरे ओवर में डग बोलिंजर की गेंद पर आउट हो गये.
तेंदुलकर ने आर अश्विन के अगले ओवर में चौका जड़ा और पांचवें ओवर में इसी आफ स्पिनर की गेंदों पर अभिषेक नायर(27) के साथ मिलकर दस रन जुटाये. उन्होंने एल्बी मोर्कल का स्वागत दो चौकों से किया लेकिन इसके बाद 22 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं पड़ी. नायर ने दसवें ओवर में शादाब जकाती पर लगातार दो छक्के जड़कर यह क्रम तोड़ा लेकिन आधे ओवर पूरे हो जाने के बाद भी मुंबई का स्कोर एक विकेट पर 58 रन ही पहुंचा था. {mospagebreak}
रैना का आज भाग्य साथ दे रहा था और धोनी ने यह भांपकर उन्हें गेंद थमाने में देर नहीं लगायी. उनके पहले ओवर में ही नायर और उपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिये भेजे गये हरभजन सिंह (1) आउट हो गये. अब जकाती की बारी थी जिन्होंने 15वें ओवर में तेंदुलकर को सीमा रेखा पर विजय के हाथों कैच करवाने के बाद सौरभ तिवारी को खाता खोले बिना पवेलियन की राह दिखा दी.
मुंबई ने इसके बाद भी बिगहिटर पोलार्ड को नहीं उतारा और जेपी डुमिनी (6) को भेजा जो किफायती गेंदबाजी करने वाले मुथया मुरलीधरन के शिकार बने. पोलार्ड जब क्रीज पर उतरे तो मुंबई को 18 गेंद पर 55 रन की जरूरत थी. पोलार्ड ने 18वें ओवर में बोलिंजर पर दो छक्के और इतने ही चौके जड़कर 22 रन बटोरे लेकिन अगले ओवर में अंबाती रायुडु (21) और पोलार्ड दोनों आउट हो गये और तब चेन्नई की जीत महज औपचारिकता रह गयी.
टीम इस प्रकार है:
चेन्नई सुपर किंग्स: मैथ्यू हेडन, मुरली विजय, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), एल्बी मोर्कल, बद्रीनाथ, अनिरुद्ध, आर अश्विन, एबी जकाती, डॉग बोलिंगर, मुथैया मुरलीधरन
मुंबई इंडियंस: सचिन तेंदुलकर (कप्तान), शिखर धवन, सौरव तिवारी, केरॉन पोलॉर्ड, अंबाती रायडू, जेपी डूमिनी, अभिषेक नायर, हरभजन सिंह, जहीर खान, दिलहारा फरर्नाडो, लसिथ मलिंगा