
'2005 से लगातार जॉब में हूं, अभी तनख्वाह की फिगर 6 डिजिट में पहुंचना बाकी है...' सोशल मीडिया पर एक आईपीएस अधिकारी का ये ट्वीट सुर्खियां बटोर रहा है. दरअसल, इस आईपीएस अधिकारी ने हाल ही में 'पुलिस की पाठशाला' नाम से एक नि:शुल्क लाइब्रेरी की शुरुआत की है. इसी के सिलसिले में जानकारी देते हुए आईपीएस ने मजाकिया अंदाज में अपनी सैलरी का जिक्र किया. तो आइए जानते हैं क्या है आईपीएस अधिकारी के ट्वीट में...
सबसे पहले आपको बता दें कि इस आईपीएस अधिकारी का नाम सूरज सिंह परिहार हैं. छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही (GPM) जिले के SP सूरज सिंह अपने नेक कामों के लिए अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. हाल ही में उन्होंने शहीद के नाम पर 'पुलिस की पाठशाला' लाइब्रेरी की शुरुआत की, जो कि पूरी तरह से नि:शुल्क है. उन्होंने बताया कि इस लाइब्रेरी में सभी करियर कोर्सेज और एंट्रेंस एग्जाम की बुक्स उपलब्ध हैं.
'तनख्वाह 6 डिजिट में पहुंचना बाकी..'
आईपीएस सूरज सिंह परिहार अपने ट्वीट में लिखते हैं- '2005 से लगातार जॉब में हैं, अभी तनख्वाह की फिगर 6 डिजिट में पहुंचना बाकी है. पर आईपीएस दीपांशु काबरा सर की प्रेरणा से हाल में बनाए मेरे ट्विटर अकाउंट का कुनबा आज 6 डिजिट पहुंच गया है.'
अपने एक और ट्वीट में आईपीएस सूरज सिंह लिखते हैं- 'मेरे साथ जुड़े लोग इतने शानदार हैं कि न केवल गरीब बच्चों के लिए निःशुल्क 'पुलिस की पाठशाला' बनाने में मदद की बल्कि कोरोना काल में अगणित लोगों की मदद संभव हो पाई और मुझे पूरा विश्वास है कि आगे जब भी जरूरत होगी, मेरे आह्वान पर आप आगे आएंगे. साथ जुड़ने के लिए दिल से थैंक यू.'
अंतत: सपना सच हुआ!
— Suraj Singh Parihar IPS🇮🇳 (@SurajSinghIPS) February 8, 2021
शहीद के नाम पर बनाई #पुलिसकीपाठशाला का उद्घाटन शहीद की बेटी और रेंज आईजी @IpsDangi सर द्वारा संपन्न हुआ।
खासियत:
1.नए जिले की पहली मानक लाइब्रेरी, नि:शुल्क
2.जनता द्वारा, जनता का, जनता के लिए
2.सभी करियर कोर्सों और एंट्रेंस इक्जाम के अपडेट बुक्स उपलब्ध👍 pic.twitter.com/CKjLVxQnbw
बकौल IPS सूरज प्रतियोगी परीक्षाओं की बुक्स काफी महंगी होती हैं, स्टूडेंट्स की पढ़ाई में वित्तीय बाधा ना आए इसलिए नि:शुल्क लाइब्रेरी की शुरुआत की गई है. इसके लिए उन्होंने आदिवासी बाहुल्य जिले GPM को चुना है. लाइब्रेरी के लिए उन्होनें लोगों से अपनी पुरानी और नई किताबें दान करने की अपील की थी. उनकी इस मुहिम में लोगों ने उन्हें खूब सपोर्ट किया और किताबें दान भी कीं. उनकी इस मुहिम को सफल बनाने में सोशल मीडिया की ताकत भी काम आई.
बता दें कि IPS सूरज सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. ट्विटर पर उनके एक लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं. फेसबुक पर भी उन्हें हजारों लोग फॉलो करते हैं.