प्रेम, करूणा और सेवा जैसे पवित्र संदेशों का प्रचार करने वाले ईसा मसीह ने पीड़ित मानवता के उद्धार के लिए कांटो भरे सलीब पर चढ़कर अपनी जान दी थी और मनुष्यों को दुख दर्द को सकारात्मक रूप से लेकर जीवन जीने का नया तरीका सिखाया था. दुनिया भर में फैले उनके अनुयायी इसकी याद में ही गुड फ्राइडे मनाते हैं.
रोमन कैथोलिक चर्च के स्थानीय प्रवक्ता फादर डोमनिक इमैनुअल ने बताया कि गुड फ्राइडे प्रभु ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाने वाला दिन है. ईसाई अपने प्रभु की याद में यह दिन पवित्र सप्ताह के दौरान मनाते हैं.
इमैनुअल ने कहा, ‘ईसाई धर्मावलंबियों की मान्यता है कि हमारे पापों की मुक्ति के लिये ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाया गया. वस्तुत: उनकी मृत्यु हमारे पापों के लिये क्षमा लाती है और हमें मुक्ति मिलती है.’ उन्होंने कहा, ‘ईसा मसीह ने स्वयं दुख उठाकर एक पीड़ादायक मृत्यु का वरण किया उसके जरिये वह यह संदेश देना चाहते थे कि इंसान दुख और दर्द को नकारात्मक रूप से न लेकर सकारात्मक रूप से लें. दुख और संकट के पीछे एक संदेश छिपा होता है और वह हर समस्या का सामना करें.’ फादर इमैनुअल ने बताया कि पवित्र धार्मिक ग्रंथ बाइबिल के अनुसार ईसा मसीह को गुड फ्राइडे के दिन सूली पर चढ़ाया गया लेकिन वह फिर से जिंदा हो उठे.
{mospagebreak}इमैनुअल ने कहा, ‘इस पूरी घटना से हमें सबक मिलता है कि दुख, जीवन का अंत नहीं है. हर रात के बाद दिन होता है और उसी प्रकार मृत्यु या दुख के बाद पुनरूत्थान होता है.’ फादर जार्ज अब्राहम बताते हैं कि गुड फ्राइडे का दिन ईश्वर के महान प्रेम का दिन है. उन्होंने कहा, ‘ईश्वर ने इंसान की मुक्ति के लिये अपने पुत्र को सलीब पर चढ़ने की अनुमति दी.’ अब्राहम ने कहा, ‘हमारे पापों को खत्म करने के लिये प्रभु के बेटे ने अपना जीवन कुर्बान कर दिया.’ गुड फ्राइडे के संदेश के विषय में अब्राहम ने कहा, ‘यह दिन हमें बताता है कि बुराई को बुराई से नहीं बल्कि अच्छाई द्वारा, हिंसा को अंहिसा द्वारा और घृणा को प्रेम से खत्म किया जा सकता है.’ ईसा मसीह ने भी अपने संदेश में कहा है कि अपने शत्रुओं से प्यार करो, ईश्वर में विश्वास करो, भविष्य की चिंता मत करो और दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करो जैसे की तुम उनसे अपेक्षा रखते हो.
ईसा मसीह का जन्म इस्राइल के छोटे से कस्बे नाजरेथ में हुआ था. उनकी मां का नाम मेरी था. ईसाई मान्यता के अनुसार यीशू ईश्वर के बेटे हैं. लेकिन यहूदियों समेत कई लोग ऐसा नहीं मानते थे उन्होंने यीशू पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया और एक षडयंत्र के तहत उन्हें गुड फ्राइडे के दिन सूली पर चढ़ा दिया.
गुड फ्राइडे त्योहार पवित्र सप्ताह के दौरान मनाया जाता है, जो ईस्टर सन्डे से पहले पड़ने वाले शुक्रवार को आता है. इस दिन ईसाई मतानुयायी पवित्र क्रास को चूमते हैं, उपवास रखते हैं और दिनभर विशेष प्रार्थना करते हैं.