छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में सबसे ज्यादा मोटरसाइकिलें और ट्रैक्टर बिकते हैं. जिला मुख्यालय कांकेर की ज्यादातर सड़कें संकरी व जर्जर हैं, तो जिले के गांव की सड़कों की स्थिति भी कुछ अच्छी नहीं है.
सड़कें खराब होने के बावजूद वाहन खरीदने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. हर साल वाहन खरीदने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. अब तो यहां के लोग कार, जीप तक खरीदने में रुचि लेने लगे हैं.
आधुनिकता भरे जीवन में सभी लोग वाहन की जरूरत को महसूस करते हैं और बजट के हिसाब से वाहन खरीदी कर रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि जिले में सबसे अधिक मोटरसाइकिलें बिकती हैं तथा उसके बाद ट्रैक्टरों की नंबर आता है.
जिला परिवहन ऑफिस के आंकड़े यही बयान कर रहे हैं कि जिले में वाहन खरीदने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सबसे ज्यादा संख्या में मोटरसाइकिलों की खरीदी हो रही है. इसके बाद खेती के लिए ट्रैक्टर खरीदे जाते हैं.
इसके अलावा कार, टैक्सी व जीप खरीदने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. पहले जहां कुछ लोगों के पास ही कार, जीप की सुविधा थी, वहीं अब आसानी से फाइनेंस हो जाने के चलते वाहन लेने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.
जिले भर में अभी की स्थिति में वाहनों की संख्या 33,214 है. इसमें सर्वाधिक मोटरसाइकिलें 26,837 इसके बाद क्रमश: ट्रक 661, ट्रैक्टर 3601, कार 799, टैक्सी 630 व जीप 354 का नंबर आता है.
यह आंकड़े साल 2000 से लेकर अब तक के हैं. इस साल अप्रैल से लेकर अभी तक की स्थिति में 3997 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिसमें सबसे ज्यादा मोटरसाइकिल 3402 है. इसके बाद ट्रैक्टर की संख्या 441 है. कार 25 व जीप की संख्या पांच है.
जिला परिवहन ऑफिस के बीआर नेताम ने कहा कि वाहन का रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है. पहले यहां पर वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं होता था. जब से ऑफिस शुरू हुआ है, तब से रजिस्ट्रेशन कराने वालों की तादाद में बढ़ोतरी हो रही है.