26 जनवरी को लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर अजीब नजारा देखने को मिला. दरअसल, खालिस्तान समर्थकों को भारतीय प्रवासियों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा. भारतीय प्रवासी, जो गणतंत्र दिवस मनाने के लिए दूतावास के बाहर इकट्ठा हुए थे, उन्हें खालिस्तान समर्थकों को भारत और उसकी अखंडता के खिलाफ प्रदर्शन का सामना करना पड़ा.
एक भारतीय प्रवासी ने मीडिया को बताया की हम यहां अपने राष्ट्रीय पर्व को मनाने आए थे, लेकिन हमने देखा कि कुछ लोग हमारे देश के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे उनकी हरकतों का हमारे हौसले पर कोई असर नहीं पड़ता.
'खालिस्तान चोर है'
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर पहले भी खालिस्तान समर्थकों ने प्रदर्शन किया है, लेकिन इस बार उन्हें भारतीय समुदाय से कड़ी प्रतिक्रिया मिली. प्रदर्शन के दौरान, भारतीय प्रवासी 'खालिस्तान चोर है' के नारे लगाते देखे गए, जबकि दूसरी ओर खालिस्तान समर्थक भी नारेबाजी कर रहे थे.
जब खालिस्तानी झंडे के सामने लहराया तिंरगा झंडा
वीडियो में देखा जा सकता है कि कई लोग खालिस्तानी झंडे के साथ लंदन हाई कमीशन के पास खड़े हैं और नारेबाजी कर रहे थे. अचानक, कुछ भारतीय प्रवासी तिरंगा झंडा लहराने लगे और खालिस्तानियों के विरोध में 'गली-गली में शोर है, खालिस्तान चोर है' का नारा लगाने लगे. यह नारे इतने जोर से लगे कि खालिस्तानियों के नारे सुनाई देना लगभग बंद हो गए.
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फिल्म 'इमरजेंसी' पर भी विवाद
हाल ही में कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' के प्रदर्शन के दौरान कुछ खालिस्तान समर्थकों ने ब्रिटेन के कुछ सिनेमाघरों में तोड़फोड़ की थी। इस पर भारत सरकार ने ब्रिटिश प्रशासन से भारत विरोधी ताकतों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा की भारत विरोधी तत्वों की हिंसक गतिविधियों और धमकियों को लेकर हमारी चिंताएं ब्रिटिश सरकार के सामने लगातार उठाई जाती रही हैं। बोलने की आजादी का गलत उपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
भारत ने ब्रिटेन से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि इस तरह के असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाई जाए और समुदाय की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए.