Khan Sir Life Journey: आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट ( RRB NTPC Result) में गड़बड़ी की बात परीक्षार्थियों ने की है. इसके बाद से पटना के खान सर (Khan Sir) चर्चा में हैं. इस मामले में पुलिस ने उन पर भी एफआईआर दर्ज की है. कुल मिलाकर कोचिंग संचालक मालिकों समेत 400 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
वहीं खान सर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया, जिसमें उन्होंने 28 जनवरी (आज) को होने वाले प्रदर्शन में शामिल न होने की अपील की. साथ ही बोले, वह इस प्रदर्शन में शामिल न हों. खान सर ने RRB NTPC Result को लेकर एक वीडियो भी किया था, जिसमें उन्होंने इसे स्कैम बताया.
आखिर खान सर में ऐसी बात क्या है? जो वह यूट्यूब पर इतने पॉपुलर (Khan Sir popularity) हैं. दरसअल, उनके पढ़ाने का अंदाज इतना अलहदा है कि जो नॉन स्टूडेंट हैं, वह भी उनके वीडियो खूब पसंद करते हैं, उनके एक वीडियो को लाखों में व्यू मिलते हैं. खान सर का यूट्यूब चैनल (Khan Sir YouTube Channel) खान जीएस रिसर्च सेंटर (Khan GS Research Centre) के नाम से है. यूट्यूब चैनल पर जो डिटेल है, उसके अनुसार उन्होंने 25 अप्रैल 2019 को ही ये चैनल क्रिएट किया था. महज तीन साल के अंदर ही उनके सब्सक्राइबर (Khan Sir YouTube subscribers) 1 करोड़ 45 लाख हैं. हालांकि, उनका असली नाम खान सर ही है या कुछ और इसे लेकर कोई पुष्ट जानकारी मौजूद नहीं हैं.
अपना नाम क्यों नहीं बताते खान सर?
खान सर ने कई इंटरव्यू में अपनी पहचान नहीं बताई है. वहीं वह कहां के रहने वाले हैं, कहां से पढ़ाई की है ? इस बारे में उन्होंने कुछ भी साफतौर पर नहीं बताया है. लेकिन जोश टॉक में उन्होंने बताया कि वह एक ज्वाइंट परिवार में रहते थे. शुरुआत में काफी शैतान थे. इस इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनकी शुरुआती जिंदगी काफी मुफलिसी में बीती.
NDA में जाना चाहते थे, सैनिक स्कूल का इंट्रेस नहीं निकल पाया
खान सर ने अपने बारे में बताया, 'क्लास 9 में सैनिक स्कूल का इंट्रेस दिया था लेकिन वह उसमें उनका सेलेक्शन नहीं हुआ. फिर पॉलिटेक्निक में भी रैंक अच्छी नहीं आई. NCC में भी रहे. इसके बाद इंटर किया. फिर बीएससी किया'. खान सर बोले, वह NDA में जाना चाहते थे. लेकिन उनका हाथ तेड़ा था, इस कारण वह मेडिकली आउट कर दिए गए. इसके बाद वह थोड़ा फ्रस्टेट हुए. वह बोले वह शुरुआत से ही फौज में जाना चाहते थे. बोले, जब यहां उनका सेलेक्शन नहीं हुआ तो समझ नहीं आया कि आगे क्या करें.
बकौल खान सर- उन्होंने शुरू से ही फौज में जाने के बारे में सोचा था. इस दौरान उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. IIT वाले एग्जाम वाले दिन तो वह सोते रहे गए. खान सर ने बताया कि उनकी मदद उनके तीन दोस्तों हेमंत, सोनू, पवन ने सबसे ज्यादा की. हेमंत ही सबसे पहले एक होम ट्यूशन दिलाई. बाद में हेमंत ही एक और कोचिंग में ले गया, जहां खान सर ने सबसे पहले 6 बच्चों को पढ़ाया. इसके बाद बच्चों की संख्या बढ़ती गई. उन्होंने एक इंटरव्यू में ये भी बताया कि उन्होंने 11 रुपए में भी बच्चों को पढ़ाया है.
गांव में जब वह फंसे हुए थे तो वह चाहते थे कि कैसे भी पटना आएं. क्योंकि वह गांव में एक दुकान में पढ़ाते थे, जिसमें शटर लगा रहता था. ऐसे में लाइट बगैरह भी ठीक नहीं थी. वहां वीडियो ठीक से नहीं बन पाता था. खान सर कहते हैं लॉकडाउन में वह क्लीनर बनकर पटना आए थे. इसके बाद उन्होंने पटना में पूरा सेटअप किया और उनके वीडियो यूट्यूब पर पॉपुलर हो गए.