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एक साल की बच्ची के गले में फंसा ईयररिंग, 8 दिन बाद निकाला

बच्ची के पैरेंट्स जब उसे लेकर लोकमान्य तिलक म्यूनिसिपल जनरल हॉस्पिटल ले गए तो एक्सरे में कोई भी चीज उसके गले में फंसी हुई नजर नहीं आई. पैरेंट्स काफी अधिक परेशान हो गए. इससे पहले उन्होंने अपनी बेटी का गुरुवार को होने वाला पहला बर्थडे बहुत धूमधाम से मनाने की प्लानिंग की थी.

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प्रतीकात्मक फोटो.
प्रतीकात्मक फोटो.

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मुंबई के डॉक्टरों ने एक बच्ची के गले में फंसे दो इंच के ईयररिंग को 8 दिन बाद बाहर निकाल दिया है. पिछले हफ्ते खुशी सोनी नाम की बच्ची कुर्ला में अपने घर में खेलने के दौरान ईयररिंग को निगल गई थी जो उसकी श्वासनली में फंस गया था. उसे कफ हो गया था और सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी. इंफेक्शन के बाद उसे फीवर भी हो गया था. परेल के बीजे वाडिया हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बच्ची के गले से ईयररिंग को बाहर निकाला.

बच्ची के पैरेंट्स जब उसे लेकर लोकमान्य तिलक म्यूनिसिपल जनरल हॉस्पिटल ले गए तो एक्सरे में कोई भी चीज उसके गले में फंसी हुई नजर नहीं आई. पैरेंट्स काफी अधिक परेशान हो गए. इससे पहले उन्होंने अपनी बेटी का गुरुवार को होने वाला पहला बर्थडे बहुत धूमधाम से मनाने की प्लानिंग की थी.

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बच्ची को तीन दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन जब तबीयत और खराब होने लगी तो उसे एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया.  उसके बाद नए हॉस्पिटल में भी 3 दिनों तक लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया. जब लड़की बीजे वाडिया हॉस्पिटल लाई गई तब एक्सरे में उसकी श्वासनली में ईयररिंग का पता चला.

डॉक्टर ने बिना सर्जरी के Bronchoscopy तकनीक के जरिए बच्ची का ईयररिंग श्वासनली से बाहर निकाल दिया. खुशी अब खतरे से बाहर बताई गई है और खुद से सांस ले रही है और खा भी रही है. लेकिन उसकी पहला बर्थडे पैरेंट्स ने हॉस्पिटल में ही मनाया.

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