26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार देशवासियों को राजपथ पर काफी कुछ नया देखने को मिलेगा. परेड के समय के साथ ही समयावधि में भी बदलाव किए गए हैं. परेड सुबह 10 बजे बजे से 11.30 बजे तक होगी.
1- परेड को रोचक और चुस्त बनाने के लिए इसकी समयावधि को 114 मिनट से घटाकर करीब 97 मिनट कर दिया गया है.
2- पहली बार भारत की गणतंत्र दिवस परेड में कोई विदेशी सैन्य दस्ता शिरकत करेगा.
3- फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वां ओलांद इस बार गणतंत्र दिवस के खास मेहमान हैं और फ्रांस की 35वीं इंफेंट्री रेजिमेंट का दस्ता राजपथ पर मार्च करता नजर आएगा. यह गणतंत्र दिवस परेड पर एक नई परंपरा की शुरुआत मानी जा रही है.
4- 26 साल बाद सेना की रिमांउट वेटेनरी कोर का डॉग स्क्वॉड गणतंत्र दिवस परेड में वापसी करेगा. डॉग स्क्वॉड में 36 कुत्ते हैं जिनमें 20 लैब्रेडोर और 16 जर्मन शेपर्ड शामिल हैं.
5- वन रैंक वन पेंशन लागू करने के बाद इस बार पूर्व सैनिकों का दस्ता भी राजपथ पर कदमताल करने की बजाए एक झांकी वाहन पर सवार नजर आएंगे.
6- साथ ही इस दस्ते में पहली बार तीनों सेनाओं के पूर्व सैनिकों को शामिल किया गया है. अब तक थल सेना के पूर्व सैनिक ही मार्च करते थे.
7- टी-90 टैंक, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ब्राह्मोस, आकाश मिसाइल सिस्टम, स्मर्च मिसाइल सिस्टम भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन करेंगे. मार्चिंग दस्तों में सिग्नल, राजपूत, गोरखा समेत कई पल्टनों के दस्ते होंगे.
8- नौसेना इस बार गणतंत्र दिवस परेड की लीड फोर्स है. गणतंत्र दिवस परेड पर नौसेना की महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट अंबिका नौटियाल ध्वजारोहण करेंगी और एक महिला अधिकारी, प्रिया जयकुमार ही 29 जनवरी को बीटींग रिट्रीट समारोह के बाद गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के समापन के वक्त राष्ट्रीय ध्वज को अवरोहित करेंगी. नौसेना के दस्तों की अगुवाई एक मार्कोज कमांडो लेफ्टिनेंट कमांडर अनिल रैना करेंगे. उनके साथ तीन महिला अधिकारी बतौर प्लाटून कमांडर होंगी.
9- नौसेना दस्तों के साथ झांकी भी नजर आएगी जिसमें मेक इन इंडिया की ताकत दिखाने की कोशिश होगी. तेजी के साथ मेक इन इंडिया के मंत्र पर आगे बढ़ रही भारतीय नौसेना झांकी में स्वदेशी विमानवाहक पोत और परमाणु पनडुब्बी अरिहंत का मॉडल पेश करेगी.