किशोर उम्र के जो लोग अच्छी नींद लेते हैं वे कम सोने वालों की तुलना में स्वास्थ्यवर्धक भोजन पसंद करते हैं.
अमेरिका के स्टोनी ब्रुक यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडीसन में प्रीवेन्टिव मेडिसन के एसोसिएट प्रोफेसर लॉरेन हेल के नेतृत्व में किये गये एक अध्ययन से यह बात सामने आयी है कि नींद और मोटापे का आपसी संबंध है.
हेल ने कहा किशोर उम्र के जो लोग कम सोते हैं, वे वह भोजन अधिक पंसद करते हैं जो उनके लिये अच्छा नहीं है और जो अच्छा है उसे कम लेते हैं.
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि किशोरावस्था के दौरान जो लोग सात घंटे से कम सोते हैं, वे हर हफ्ते दो अथवा उससे अधिक बार फास्ट फूड खाते हैं और फल और सब्जी पर कम ध्यान देते हैं.
अमेरिकन एकाडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स की सलाह है कि किशोरों को नौ से दस घंटे की नींद लेनी चाहिये. अध्ययन को एसोसियेटेड प्रोफेशनल स्लीप सोसायटीज की वार्षिक बैठक में पेश किया गया.